अल्मोड़ा: “आम को सलाम” कार्यक्रम, पहाड़ी फलों व व्यंजनों पर चलेंगे कार्यक्रम

अल्मोड़ा। कांग्रेस सेवादल के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पहाड़ की संस्कृति, परंपरागत खेती व औद्यानिकी तथा पर्वतीय लजीज व्यंजनों को…

अल्मोड़ा। कांग्रेस सेवादल के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पहाड़ की संस्कृति, परंपरागत खेती व औद्यानिकी तथा पर्वतीय लजीज व्यंजनों को बढ़ावा देने तथा इन्हें आय का जरिया बनाने की मंशा को साकार करने की आज बेहद जरूरत है। यह बात पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने आज आयोजित “आम को सलाम” नामक कार्यक्रम में कही है। तय किया कि इनसे संबंधित कार्यक्रमों को जनसंचार व जनसंवाद का विषय बनाया जाएगा और इसके जरिये स्वरोजगार के द्वार खोलने का प्रयास होगा।
यहां सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरागत खेती, कृषि उत्पाद, विविध फल व व्यंजन एक विशिष्टता लिए हुए हैं। इतना ही नहीं पहाड़ में तमाम औषधी व स्वास्थ्यवर्द्धक फल-पौध मौजूूद हैं। इनके महत्व को समझते हुए इन्हें बढ़ावा देने तथा रोजगार का जरिया बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आम जनमानस के बीच संवादकारक के रूप में पहुंचे। इसी प्रेरणा से प्रतीकात्मक रूप में ”आम को सलाम“ कार्यक्रम किया गया और श्री कर्नाटक ने अपने सहयोगियों व सेवादल के कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को फलों के राजा आम का स्वाद चखाया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है और यह क्षमता बढ़ाने की क्षमता आम में प्रबल है। उन्होंने कहा कि बागवानों व खेतवानों को प्रोत्साहित करना बेहद जरूरी है। श्री कर्नाटक ने कहा कि निकट भविष्य में पर्वतीय क्षेत्रों के कृषि उत्पादों, फलों व पहाड़ी व्यंजनों को लेकर अल्मोड़ा विधानसभा अंतर्गत जनसंचार व जनसंवाद के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ताकि युवा वर्ग को प्रेरणा मिल सके और इससे रोजगार की राह खुल सके। इसके लिए सार्थक प्रयास होंगे।

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