सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में रामलीला मंचन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। एनटीडी में रामलीला मंच का आज भूमि पूजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि कुमाऊं में सबसे पहले सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा से शुरू हुई थी, जो गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित मानस पर आधारित होती है। बताया जाता है कि कुमाऊं की पहली रामलीला 1860 में अल्मोड़ा नगर के बद्रेश्वर मंदिर में हुई थी। इस परंपरा के निर्वहन आज की तारीख तक निरंतर किया जा रहा है। अल्मोड़ा में रामलीला भैरवी, ठुमरी, विहाग, पीलू, सहित अनेक रागों के साथ की जाती है। यहां अब महिला पात्रों की रामलीला का प्रचलन शुरू हो गया है। नन्दा देवी, कर्नाटक खोला, धारानौला, हुक्का क्लब, सरकार की आली, खतयाड़ी, चितई तथा एनटीडी सहित दर्जनों स्थानों पर रामलीला का आयोजन किया जाता है।
आज शुक्रवार को अल्मोड़ा में रामलीला कमेटी एनटीडी के तत्वाधान में रामलीला मंच भूमि पूजन का कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष राजू बिष्ट, सचिव मुकेश नेगी, उपाध्यक्ष भुवन तिवारी, उप सचिव सौरभ वर्मा, तालीम इंचार्ज प्रदीप तिवारी, पंकज कांडपाल, कृपाल दत्त तिवारी, संरक्षक गिरीश धवन आदि उपस्थित थे।