— ग्रामीण ने तड़के फोन कर एसएसपी अल्मोड़ा को सुनाई व्यथा
— लड़का गायब और नदी किनारे मिली स्कूल ड्रेस, घबरा गए थे परिजन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
जिले के थाना दन्या क्षेत्र से लगे राजस्व क्षेत्र के गांव से एक नाबालिग लड़का घर से गायब हो गया। ढूंढते—खोजते परेशान पिता ने एसएसपी अल्मोड़ा को तड़के करीब 4 बजे फोन लगा दिया और व्यथा सुनाते हुए बड़ी उम्मीद से लड़के की खोजबीन करने की गुहार लगाई। एसएसपी के निर्देश पर भोर होने से पहले ही पुलिस, एसओजी, एएनटीएफ की टीमें लड़के की खोज में जुटी। भारी मशक्कत के बाद लड़के को अल्मोड़ा से बरामद कर लिया।
हुआ यूं कि गत शनिवार की तड़के 04 बजे के आसपास एसएसपी प्रदीप कुमार राय से भगरतोला निवासी एक व्यक्ति ने फोन पर बात की और बताया उनका नाबालिग लड़का घर से गायब है और उसकी स्कूल ड्रेस नदी किनारे मिली है। उन्होंने लड़के के अपहरण होने या कोई अनहोनी होने की आशंका व्यक्त की। उस व्यक्ति ने यह भी कहा कि ‘मेरा गांव राजस्व क्षेत्र में आता है, लेकिन बड़ी उम्मीद से लड़के की खोज का अनुरोध आपसे कर रहा हूं।’ इसके बाद एक्शन मोड में आकर एसएसपी श्री राय ने गुमशुदा नाबालिग बालक के पिता की पीड़ा को समझते हुए थानाध्यक्ष दन्या सुशील कुमार को प्रकरण बताया और नाबालिग की तलाश के लिए तत्काल टीम रवाना करने के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस, एसओजी व एएनटीएफ आदि टीमें सक्रिय हो गई।
थानाध्यक्ष दन्या सुशील कुमार के नेतृत्व में दन्या पुलिस/डायल 112 की एक टीम ने जंगलों में कांबिंग की। दूसरी टीम ने क्षेत्र में सुरागरसी पतारसी करते हुए क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की चेकिंग की। एसएसआई सतीश चंद्र कापड़ी के नेतृत्व में कोतवाली अल्मोड़ा टीम ने लगातार वाहन चेकिंग की, जबकि प्रभारी एसओजी सुनील धानिक, प्रभारी एएनटीएफ सौरभ भारती के नेतृत्व में एसओजी/एएनटीएफ टीम ने लगातार लोगों से जानकारी जुटाते हुए छानबीन की। करीब 50 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई और दर्जनों वाहन चेक किए। अंतत: टीम वर्क से गुमशुदा नाबालिग लड़का अल्मोड़ा में अंजली हॉस्पिटल के समीप से सकुशल बरामद कर लिया गया।
जिसे उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया और अपने कलेजे के टुकड़े को सकुशल वापस पाकर परिजनों ने एसएसपी अल्मोड़ा के तत्काल एक्शन की खूब सराहना की और पूरी पुलिस टीमों का आभार व्यक्त किया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष दन्या सुशील कुमार, एसएसआई सतीश चंद्र कापड़ी, प्रभारी एसओजी सुनील धानिक, प्रभारी एएनटीएफ सौरभ भारती, उपनिरीक्षक मीना आर्या, आरक्षी बलवंत प्रसाद, कुंदन, दीपक, गोपाल व सुरेंद्र नेगी आदि शामिल रहे।