- खनन पट्टाधारकों को लक्ष्य के अनुरूप करें पौधरोपण के निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिलाधिकारी रीना जोशी ने खनन पट्टाधारकों को निर्देश दिए वह लक्ष्य के अनुरूप अनिवार्य रूप से पौधरोपण करें। रोपित पौधों को थर्ड पार्टी से परीक्षण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति से जो उत्पाद ले रहें है तो पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण व जल संवर्द्धन में पट्टाधारक अपना योगदान देना सुनिश्चित करें।
यह निर्देश उन्होंने मंगलवार को जिला कार्यालय में खनन पट्टाधारकों के साथ आयोजित बैठक में दिए। पौधों के लिए वन विभाग व उद्यान विभाग से संपर्क करें। प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा जनपद अथवा जनपद के बाहर के नर्सरी में पौधों की उपलब्धता बताते हुए नर्सरियों के दूरभाष नंबर पट्टाधारकों को बताए। उन्होंने बताया कि पट्टाधारकों द्वारा 30 प्रतिशत औषधीय, 30 प्रतिशत फलदार व 20-20 प्रतिशत छायादार ईमारती लकड़ी तथा चारा प्रजाति के पौधों का रोपण निर्धारित किया गया है। जनपद में सभी पट्टाधारकों को वर्षाकाल से पूर्व एक लाख,60 हजार पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया था,जबकि अभी तक पट्टा धारकों द्वारा मात्र लगभग 65 हजार पौधों का रोपण किया गया है, जिसमें से 43 हजार पौधों का वन विभाग द्वारा सत्यापन भी किया गया है।
जिलाधिकारी ने खनन पट्टा धारकों को निर्देश दिए कि लक्ष्य के अनुसार सभी पट्टाधारक अगस्त माह के अंत तक शत-प्रतिशत पौधारोपण करना सुनिश्चित करें। वन, राजस्व तथा खनन विभाग के संयुक्त सत्यापन के बाद ही खनन की संस्तुति दी जाएगी। कपकोट के विधायक सुरेश गड़िया ने पट्टाधारकों को निर्देश दिए कि वे रोपित पौधों की देखरेख करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्रों में खनन कार्य मानकों के अनुसार वैज्ञानिक ढंग से किया जाए, साथ ही जल संवर्द्धन, वन संवर्द्धन तथा पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान दिया जाए, यह हमारी जवाबदेही भी है, लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह इमलाल, उपजिलाधिकारी हरगिरि, परितोष वर्मा, मोनिका, खान अधिकारी लेघराज सहित खनन पट्टाधारक मौजूद थे।