धर्मशाला जीणोद्धार एवं प्रबंधन समिति का प्रथम वार्षिकोत्सव
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने किया भाव विभोर
मेयर अजय वर्मा दिया हर संभव मदद का आश्वासन
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी
जसुली बूढ़ी सोक्यानी धर्मशाला जीणोद्धार एवं प्रबंधन समिति के तत्वाधान में खीनापानी में प्रथम वार्षिकोत्सव समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अल्मोड़ा नगर निगम के प्रथम मेयर अजय वर्मा ने शिरकत की।

उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र की प्रसिद्ध दानी महिला जसुली दताल शौक्याणी की धर्मशाला जीर्णोद्धार समिति का प्रथम वार्षिकोत्सव रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने झोड़ों आदि की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।

मुख्य अतिथि अजय वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी धरोहर ही हमारी पहचान हैं। इन्हें संरक्षित किए जाने की आवश्यकता है। चूंकी वे स्वयं एक कलाकार परिवार से हैं अतएव यह वचन देते हैं कि उनके अपने स्तर पर जो भी होगा वह इन धरोहरों के संरक्षण के लिए करेंगे। जिला पर्यटन अधिकारी नैनीताल अतुल भंडारी ने कहा कि एक संस्कृति को कैसे कुछ समर्पित लोगों ने संभाला है यह आज देखने को मिला है। पहाड़ में इच्छा शक्ति से सब कुछ होता है।

देव सिंह पंचपाल ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने कितने कष्टों से समय बिताया यह देखने वाली बात है। उनके योगदान को सदैव याद रखना चाहिए। अध्यक्ष फली सिंह दताल ने कार्यक्रम व समिति की रूपरेखा विस्तार से रखी। महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के बारे में भी बताया। रिटायर्ड जीएसटी अधिकारी अशोक गर्ब्याल ने कहा कि जसुली देवी की धर्मशालाएं पूरे राज्य की अमूल्य धरोहर हैं। अल्मोड़ा विश्वविद्यालय से आए डॉ. ललित जोशी ‘योगी’ ने धर्मशालाओं के संरक्षण व संवर्धन की बात रखी। उन्होंने जसुली दताल शौक्याणी के बारे में निहित ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी भी दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जय सिंह गर्ब्याल (लामा जी) व संचालन हल्द्वानी से आए डॉ पंकज उप्रेती ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मंडल अध्यक्ष गरमपानी नीरज बिष्ट एवं मंडल अध्यक्ष रामगढ़ अंकित पांडेय, जिला पर्यटन अधिरकारी नैनीताल अतुल भंडारी, देव सिंह पंचपाल, फली सिंह दताल, रिटायर्ड जीएसटी अधिकारी अशोक गर्ब्याल, धरमघर बागेश्वर से आए गंगा सिंह पांगती, डॉ. ललित जोशी, दीवान सिंह सोनाल, राम सिंह सोनाला, हर्ष सिंह दताल, शंकर सिंह दुग्वाल, शकुंतला गर्ब्याल, पुष्पा दुग्ताल, जमन सिंह गर्ब्याल, घनश्याम सिंह ग्वाल, सुरेंद्र सिंह पांगती, दीपा देवी, मनोहर सिंह निखुर्पा, खीम सिंह जीना, प्रयाग रावत, गिरीश चंद्र, ललित कुमार, जय सिंह गर्ब्याल, राजेंद्र सिंह, जगत सिंह पंचपाल, प्रकाश सिंह धर्मशक्तू, हीरा सिंह मर्तोलिया, गीता रावत, ममता धर्मशक्तू आदि तमाम गणमान्य जन मौजूद रहे।
