अल्मोड़ा: 127 नहरों में से सिर्फ 24 पूर्ण चालू, 39 नहरें पूरी तरह ठप

— सिंचाई खंड अल्मोड़ा की स्थिति, मैनपावर की कमी से मुश्किलें बढ़ी सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जनपद में सिंचाई की स्थिति पर नजर डालें, तो…

— सिंचाई खंड अल्मोड़ा की स्थिति, मैनपावर की कमी से मुश्किलें बढ़ी

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जनपद में सिंचाई की स्थिति पर नजर डालें, तो सिंचाई की ​स्थिति तंदरूस्त नहीं कही जा सकती। नहरों की दशा और विभाग में मैनपावर की स्थिति देखी जाए, तो खेतों के बजाय सिंचाई महकमे को सींचने की जरूरत समझी जा सकती है।

इसके लिए सिंचाई खंड अल्मोड़ा को उदाहरण के तौर पर देखा जा सकता है। इस खंड के अंतर्गत जिले में चालू व बंद मिलाकर कुल नहरों की संख्या 127 है। इनमें से चालू नहरों की संख्या मात्र 88 है, इसमें भी गौर करने योग्य ये बात है कि इन 88 नहरों में से भी 64 आंशिक रूप से चालू हैं यानी पूर्ण चालू नहरें मात्र 24 हैं। बांकी 39 नहरें बंद होकर बीते जमाने की गवाह बन गई हैं। इनमें से 16 नहरें दैवीय आपदा की भेंट चढ़ी, 07 लोनिवि के निर्माण कार्यों से तहस—नहस हो गई। अन्य कारणों से 04 नहरें बंद हो गई और जल स्रोत सूखने आदि के कारण 12 नहरों का परित्याग कर दिया गया। सिंचाई खंड अल्मोड़ा की नहरों की कुल लंबाई 321.962 किमी है। वर्तमान में खरीफ फसल में 1748 हेक्टेअर क्षेत्र व रबी फसल में 1638.40 हेक्टेअर क्षेत्र में सिंचन होता है।

अब जानिए मैनपावर के हालात

सिंचाई खंड अल्मोड़ा में मैनपावर की कमी से कार्य प्रभावित हो रहे हैं या बेहद मुश्किल से काम चल रहा है। स्थिति ये है कि खंड के अंतर्गत कनिष्ठ अभियंता के 05, प्रधान सहायक का 01, वरिष्ठ सहायक के 03, सींच पर्यवेक्षक के 02, सींचपाल के 05, चपरासी के 6, रनर के 7, चौकीदार के 13 व बेलदार के 18 पद खाली चल रहे हैं। इससे भी बढ़कर खंडीय लेखाकार व वरिष्ठ वैयक्तिक अधिकारी मात्र एक—एक पद स्वीकृत हैं, वह भी खाली है। मेट के कुल 8 पद स्वीकृत हैं और चालक कुल 2 पद हैं। इनमें से सभी खाली हैं। हालात का अंदाजा इस बात से लगाया लगाया जा सकता है। कुल 106 स्वीकृत पदों में से मात्र 33 से काम चल रहा है और 72 खाली हैं। इसके अलावा खंड के अधिशासी अभियंता को रानीखेत डिविजन का भी अतिरिक्त चार्ज है।

क्या कहते हैं अधिशासी अभियंता

इस बारे में सिंचाई खंड अल्मोड़ा के ईई एमएस रावत का कहना है कि स्वीकृत पदों के सापेक्ष सीमित कर्मचारी होने से स्वाभाविक रूप से कार्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। कई बार काम की अधिकता होने पर बड़ी मुश्किलें पैदा हो जाती हैं। रिक्तियों की स्थिति से उच्च स्तर पर पत्राचार किया जाता रहा है। पदों की रिक्तता दूर होने की उम्मीद ही की जा रही है। बहरहाल, कार्य प्रभावित नहीं होने पाए, ऐसा प्रयास किया जाता है।

ये है नहरों की स्थिति

✒️ कुल नहरों की संख्या—127

✒️ चालू नहरों की संख्या—88

✒️ बंद हो चुकी नहरें—39

✒️ नहरों की लंबाई—321.962 किमी

महज 09 साल की आयु में इस लड़की ने ले लिया सन्यास, छोड़ दी पिता की करोड़ों की संपत्ति

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *