बरेली। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल पररामवृक्ष बेनीपुरी की जयंती पर मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पन्त ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे साहित्यकारों ने हिंदी भाषा को समर्थ बनाने और उसके प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महापुरुषों और साहित्यकारों की जीवनी हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। रामवृक्ष बेनीपुरी जी भारत के एक महान विचारक, चिन्तक, क्रान्तिकारी साहित्यकार, पत्रकार और संपादक थे। उन्होंने गद्य-लेखक, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी, समाज-सेवी और हिंदी प्रेमी के रूप में अपनी प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ी है। उनका साहित्य आज भी हमारा प्रेरणास्रोत है। उन्होंने आगे कहा कि नई पीढ़ी को हिंदी के साहित्य से परिचित कराना आवश्यक है, तभी वे अपनी भाषा से जुड़ेंगे और उसका प्रयोग करेंगे। उन्होंने मंडल के अधिकारियों का आवाहन किया कि वे अपना समस्त कार्य राजभाषा नीति के अनुसार हिंदी में करें। हिंदी प्रयोग के प्रति कर्मचारियों में अभिरुचि पैदा करने के लिए समय-समय पर साहित्यिक आयोजन भी कराए जाएं।
इससे पूर्व अपने स्वागत संबोधन में अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा.) एवं अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी आशीष कुमार अग्रवाल ने बताया कि 13 अगस्त को आयोजित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बरेली की बैठक में, हमारे कार्यालय को, हिंदी के सर्वाधिक प्रयोग के लिए प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही राजभाषा विभाग द्वारा प्रकाशित, मंडल की हिंदी पत्रिका ‘रेल प्रज्ञा’ को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बरेली का द्वितीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।साथ ही यह भी बोला कि आज सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निरंतर हो रहे विकास का उपयोग करते हुए हिंदी प्रयोग को बढ़ाया जाए। आज इन्टरनेट पर टाइपिंग, लिप्यन्तरण और भाषांतरण काफी सहज हो गया है। हमें अपने सरकारी काम-काज में इसका लाभ उठाना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजभाषा अधिकारी, इज्जतनगर प्रभाकर मिश्र ने मंडल पर हिंदी प्रयोग-प्रसार की समीक्षा की और महान साहित्यकार रामवृक्ष बेनीपुरी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) अजय वार्ष्णेय, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बी. एन. चौधरी सहित बड़ी संख्या में इज्जतनगर मंडल के शाखा अधिकारी और राजभाषा कार्यान्वयन समितियों के अध्यक्षगण सम्मिलित हुए।