बागेश्वर: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जैविक कृषि मेला और गोष्ठी आयोजित की गई। विकासखंड कपकोट में परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख हरीश मेहरा ने किया। उन्होंने कहा कि जैविक खेती से किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। उन्होंने वैज्ञानिक तकनीक से खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. एमपी सिंह ने जैविक खेती के बारे में जानकारी दी। उन्होंने खेती के साथ डेयरी आदि उत्पादन पर जोर दिया। आत्मा योजना के अध्यक्ष दरवान सिंह कपकोटी ने किसानों से कहा कि वह आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए वैज्ञानिक पद्धति से खेती करें। ताकि उनकी आमदनी बढ़े और अन्य किसान भी उनसे प्रेरणा लेंगे।
प्रगतिशील किसान नंदन सिंह कपकोटी, मोहन चंद्र जोशी, शेर सिंह ऐठानी, सुंदर सिंह, खीम सिंह आदि किसानों ने जैविक खेती के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि रासायनिक किट नाशकों और उर्वरक के प्रयोग से पर्यावरण, स्वास्थ्य के लिए जैविक अनाज को बेहतर माना गया है। जैविक खेती जहां स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होगी वहीं, पर्यावरण भी संतुलित रहेगा। कहा कि जैविक उत्पादों का बाजार में मूल्य भी अधिक मिलता और लागत कम आती है।