One Health Mission: अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज, मुख्य भूमिका का निर्वहन
कुमाऊं मंडल के समस्त जिलों से आने वाले मामलों पर नज़र

केंद्रीय प्रयोगशाला को भेजेगा रिपोर्ट
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों पर राष्ट्रीय वन हेल्थ कार्यक्रम के अंतर्गत यहां एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। मेडिकल कालेज अल्मोड़ा का माइक्रोबायोलॉजी विभाग ऐसे रोगों की जांच एवं उपचार के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम संचालित कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि जिन बीमारियों की नि:शुल्क जांच की जा रही है। उनमें स्क्रब टाइफ़स, लेप्टो स्पायिरा व ब्रुसेला शामिल हैं। सोबन सिंह जीना राजकीय मेडिकल कालेज के बेस चिकित्सालय में अल्मोडा जनपद के प्रमुख राजकीय चिकित्सा इकाइयों के चिकित्सकों हेतु एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्रभारी प्राचार्य डॉ अमित कुमार सिंह, डॉ उषा रावत, डॉ उर्मिला पलड़िया, डॉ बिनय कुमार, डॉ शैलेंद्र भंडारी एवम कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ विक्रांत नेगी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा मेडिकल कालेज इस कार्यक्रम में मुख्य भूमिका का निर्वहन कर रहा है और कुमाऊँ मंडल के समस्त जिलों से आने वाले मामलों पर नज़र रखते हुए केंद्रीय प्रयोगशाला को रिपोर्ट करेगा। उत्तराखंड में श्रीनगर और अल्मोड़ा में इस कार्यक्रम के क्षेत्रीय केंद्र संचालित किये गए हैं।
डॉ अमित कुमार सिंह ने इस कार्यक्रम को समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए पशुओं से मनुष्यों मे फैलने वाली बीमारियों की जानकारी दी और उपचार करने वाले चिकित्सकों को ऐसे मामलों पर संवेदनशील रहने का आह्वाहन किया।
कार्यशाला में उत्तराखंड में इस कार्यक्रम के महत्व एवं आवश्यकता पर डॉ रवि सैनी, डॉ भैया लाल, डॉ आशीष जैन,उप नर्सिंग अधिक्षिका अनुगृह चंद, ने प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की।
कार्यशाला का संचालन चिकित्सा सामाजिक कार्यकर्ता हेम बहुगुणा ने किया उन्होंने परियोजना से सम्बन्धित सोसियोइकॉनॉमिक आंकड़ों के संग्रह पर मार्गदर्शन किया।
कार्यशाला में वरिष्ठ संकाय सदस्यों, सीनियर रेजिडेंट, मेडिकल ऑफिसर, जुनियर रेजिडेंट, नर्सिंग इंचार्ज, परियोजना की टेकनिशियन कविता शाही, डीइओ प्रिया, चेतन पंत, रजनी, एकता आदि ने प्रतिभाग किया।