✒️ तीन दिन का दिया अल्टीमेटम
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत में बजट आवंटन से नाराज सदस्यों का आज से प्रस्तावित आंदोलन जिलाधिकारी से वार्ता के बाद फिलहाल स्थगित हो गया। हालांकि यह भी चेतावनी दी है कि तीन रोज के भीतर समस्या का हल नहीं निकला और कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा।
ज्ञात रहे कि बीते 21 अक्टूबर को आयोजित सामान्य बैठक के बाद हुई घटना के विरोध में 9 जिला पंचायत सदस्यों ने 01 नवम्बर से आंदोलन की चेतावनी दी थी। सदस्यों का आरोप था कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने जिला पंचायत सदस्यों को डराने के लिए पुलिस बुलाई। महिला सदस्यों के साथ अभद्रता की गई। उन्होंने जिला पंचायत के भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की।
आज मंगलवार को अपने पूर्व निर्धारित घोषणा के चलते जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार, पूर्व जिला पंचायत हरीश ऐठानी, सदस्य सुरेंद्र खेतवाल, बंदना ऐठानी, रूपा कोरंगा, गोपा धपोला, इंदिरा परिहार, रेखा देवी, पूजा आर्या आंदोलन स्थल पर पहुंचकर बाबा साहब की मूर्ति की सफाई के बाद माल्यार्पण कर आंदोलन पर बैठने की तैयारी पर थे। उस दौरान जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जिला पंचायत उपाध्यक्ष सहित सदस्यों से फोन पर बात कर उन्हें वार्ता के लिए बुलाया।
वार्ता के दौरान सदस्यों ने जिलाधिकारी को बताया कि 21 अक्टूबर को जिला पंचायत अध्यक्ष ने बजट का आवंटन किया, जिसमें सदस्यों की अनदेखी की गई। बैठक के बाद सदस्य अपर मुख्य अधिकारी से वार्ता कर रहे थे। अध्यक्ष ने पुलिस बुलाकर सदस्यों को डराने का प्रयास किया। कोतवाल ने महिला सदस्यों के साथ अभद्रता की, जिसका वीडियो उनके पास है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष सहित सदस्यों ने जिलाधिकारी ज्ञापन सौंप कर समान बजट वितरण के साथ बैठक के दौरान सदस्यों से अभद्रता करने वालों पर कार्यवाही की मांग की। जिस पर जिलाधिकारी ने सदस्यों की बात सुनने के बाद मामले को समझने के लिए तीन दिन का समय मांगा है। जिस पर सदस्यों ने तीन दिन के लिए आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया है। साथ ही तीन दिन में मामले पर सकारात्मक कार्यवाही नही किये जाने पुनः आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।