Bageshwar News: अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की विस्तृत रिपोर्ट देंगे अधिकारी, लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त, डीएम ने ली तैयारी बैठक, दूसरी बैठक में कलस्टर के रूप में खेती पर दिया जोर

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिलाधिकारी ने तैयारी के…

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर


स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिलाधिकारी ने तैयारी के संबंध में बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि कार्यक्रमों की संबंधित अधिकारी विस्तृत रिपोर्ट भी देंगे। ये कार्यक्रम कोविड गाइडलाइन के अनुसार होंगे और इनमें लापरवाही कतई नहीं बरती जाएगी। एक अन्य बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कलस्टर के रूप में खेती की जाए और इसके लिए विभाग कार्ययोजना बनाएंगे।
गुरुवार को संबंधित बैठक आयोजित करते हुए जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि अमृत महोत्सव के फोटोग्राफ आदि मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध कराएं जाएंगे। पर्यटन और सूचना विभाग संस्कृति विभाग से समन्वय स्थापित करेगा। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग राष्ट्रीय ध्वज के आकार आदि की मुख्यालय को स्पष्ट जानकारी देगा। 15 अगस्त 2021 को मनाए जाने वाले आजादी के कार्यक्रम को कोविड प्रोटोकाल के अनुरूप भव्य रूप दिया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, मुख्य कृषि अधिकारी बीपी मौर्य, जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार वर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सुनील कुमार, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, अधिअभि विद्युत भाष्करानंद पांडे, जिला पंचायत राज अधिकारी बसंत मेहता, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ती चन्द्र आर्या आदि मौजूद थे।
इधर जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में एक अन्य बैठक कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देने के संबंध में हुई। जिसमें उन्होंने कहा कि बागेश्वर के मालता और गरुड़ क्षेत्र में सब्जी के अलावा विभिन्न स्थानीय फल, कपकोट में कीवी, आलू के लिए कलस्टर प्रस्तावित हैं। जिसके लिए जिले में एफपीओ का निर्माण करें। कलस्टर एप्रोच के अनुसार सर्वे की जाएगी और किसानों को बेहतर आजीविका के अवसर पलब्ध हो सकेंगे। इंडियन सोशल रिस्पोसबिलिटि सिस्टम का गठन किया जाएगा और वह विभिन्न गतिविधियों को संचालित करेगी। गैर परंपरागत फसलों का उत्पादन किया जाएगा। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी। डीएम ने कहा कि विभिन्न संस्थाओं आदि के माध्यम से जनपद में बनाए जा रहे एफपीओ का धरातलीय प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे। जिसमें किसानों की गुणात्मक रूप से आजीविका वृद्धि, आत्म निर्भरता, आत्म विश्वास पहलूओं का विकास हो साथ ही एक मजबूत बाजार का निर्माण भी किया जाएगा। इस दौरान सीडीओ डीडी पंत, मुख्य कृषि अधिकारी बीपी मौर्या आदि मौजूद थे।

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