नानकमत्ता। नानकमत्ता शहर के श्रीगुरुनानक देव स्नातकोत्तर महाविद्यालय नानकमत्ता साहिब के तत्वावधान में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवी व महाविद्यालय अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने एड्स दिवस पर जागरूकता अभियान चलाया। जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा घर पर रहकर अपने आस पड़ोस के लोगों को जागरूक करने का काम किया तथा बैनर, पोस्टर, निबंध लेखन व स्लोगन बनाकर जागरूकता अभियान चलाया। महाविद्यालय बीएड विभागाध्यक्ष व एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. इंदु बाला द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम के द्वारा बताया कि विश्व एड्स दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है ताकि इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके और बीमारी से मरने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया जा सके। एड्स या एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम एक महामारी रोग है, जो ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होता है। रोग के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है और लोग अधिक कमजोर संक्रमण और बीमारियों के संपर्क में आ जाते हैं। हर साल AIDS यानी एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम (एड्स) बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है व बताया कि 2020 में विश्व एड्स दिवस की थीम “एचआईवी/एड्स महामारी समाप्त करना: लचीलापन और प्रभाव” रखी गई है। इधर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीता मेहता ने वर्चुअल कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वर्ल्ड एड्स डे मनाने का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली महामारी एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है। एड्स वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। इस मौके पर अमृतपाल कौर, शोभा बोरा, निकिता बिष्ट, डॉ. मनोज कुमार जोशी, पंकज बोहरा, डॉ. तारा आर्या, मनोज कुमार, ज्योति राणा, प्रिया कुमारी, आर के सिंह, कविन्दर बोरा, पूनम राणा, दुर्गानाथ गोस्वामी, महेंद्र गुप्ता व रामकिशन उपस्थित रहे।
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