सीएनई रिपोर्टर, रानीखेत
नव गठित रानीखेत व्यापार मंडल की बैठक में साप्ताहिक बंदी को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। सर्वसम्मति से यह तय हुआ कि अब रानीखेत बाजार सातों दिन खुली रहेगी, वहीं पूर्व निर्धारित सोमवार अवकाश को अब स्वैच्छिक कर दिया गया है।
रानीखेत व्यापार मंडल की यहां शिव मंदिर में आयोजित बैठक में सोमवार साप्ताहिक बंदी को लेकर व्यापारियों के सुझाव लिये गये। जिसको लेकर कुछ व्यापारियों ने प्रस्ताव रखा कि बाजार माह में एक या दो बार बंद रखी जाये। इस प्रस्ताव पर अधिकांश व्यापारियों ने असहमति जाहिर की। व्यापारी नेता अजय बबली ने व्यापार मंडल से साप्ताहिक बंदी समाप्त करने का आग्रह किया और व्यापारियों से कहा कि बंदी को लेकर वह अपने विचार खुलकर व्यक्त करें। जिस पर 95 प्रतिशत व्यापारियों ने अजय बबली की बात का समर्थन करते हुए कहा कि बाजार खुले रहना व्यापारी हित में है, अतएव बाजार बंदी नहीं होनी चाहिए।
जिसके बाद तय हुआ कि रानीखेत बाजार में अब सोमवार बंदी नहीं होगी और बाजार सातों दिवस खुलेगी। यदि कोई व्यापारी स्वैच्छिक रूप से बाजार साप्ताहिक अवकाश के तहत बंद रखना चाहे तो वह ऐसा कर सकता है। किसी पर भी कोई दबाव नहीं डाला जायेगा। यह भी तय हुआ कि अब केवल साल में आठ दिन राष्ट्रीय अवकाशों में बाजार बंद रखी जायेगी। इस मौके पर अध्यक्ष मनीष चौधरी, जिलाध्यक्ष मोहन नेगी ने भी अपने विचार रखे और व्यापारी एकता की बात कही।
इस मौके पर कुछ व्यापारियों ने नेपाली श्रमिकों द्वारा मनमानी मजदूरी लिए जाने की समस्या को उठाया, आग्रह किया कि व्यापार मंडल लेबर रेट तय करे, जिससे सभी लोग सहमत हो सकें। बैठक में अध्यक्ष मनीष चौधरी के अलावा उपाध्यक्ष दीपक पन्त, महासचिव संदीप गोयल, महिला उपाध्यक्ष नेहा माहरा, उपसचिव विनीत चौरसिया, कोषाध्यक्ष भुवन पांडेय, जिला महामंत्री गिरीश बैला, अगस्त लाल साह, पूर्व महासचिव हर्ष पन्त, नीरज तिवारी, हेमन्त बिष्ट, कामरान कुरैसी, कुलदीप कुमार, किशोर भगत, भारती भगत, हरीश शर्मा, मनोज अग्रवाल, आनंद अग्रवाल आदि तमाम व्यापारी मौजूद रहे।