सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज का विनाश कर देता है। इसके कारण युवा अपनी शिक्षा, करियर और पारिवारिक रिश्तों से दूर हो जाते हैं, जिससे सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो जाता है। युवा पीढ़ी को इसकी गर्त में जाने से बचाने की जरूरत है। इसके लिए जिले में नशामुक्ति अभियान चलाएं।
यह निर्देश उन्होंने शुक्रवार को आयोजित नशामुक्ति कार्यक्रमों की प्रगति समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने शिक्षा संस्थानों, महाविद्यालयों और पॉलिटेक्निक प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश दिए। शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक स्तर पर नशा मुक्ति अभियान चलाएं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार करें, ताकि अधिक से अधिक युवाओं तक यह संदेश पहुंचे।
उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति को थीम बनाकर एक ‘युवा महोत्सव’ आयोजित करें, जिसमें निबंध लेखन, रंगोली, मेंहदी, पोस्टर मेकिंग, फैशन वॉक जैसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवाओं को नशा मुक्त जीवन की ओर प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि जब युवा खुद अपनी सोच से नशे के खिलाफ खड़े होंगे, तभी यह अभियान सफल होगा।
डीएम ने कहा कि नशे की लत एक धीमा जहर है, जो न केवल शरीर को खोखला करता है बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्तर पर भी व्यक्ति को बर्बाद कर देता है। यदि समय रहते युवा इस अंधकारमय रास्ते से न हटे, तो उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता है। उन्होंने सभी सदस्यों को निर्देश दिया कि वे इस नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएं। नशे को ना कहें, जीवन को हां कहें। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुमार आदित्य तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी जसमीत कौर मौजूद रहे।