कैंची धाम मेला को लेकर नया ट्रैफिक प्लान लागू, रूट डायवर्जन, पढ़िये ख़बर

14 व 15 जून को होने जा रहे विश्व प्रसिद्ध कैंची मेला 2022 को लेकर मेला अवधि हेतु नया ट्रैफिक प्लान निर्धारित किया गया है।…

हर वीकेंड कैंचीधाम में उमड़ रही भीड़ बनी सरदर्द

14 व 15 जून को होने जा रहे विश्व प्रसिद्ध कैंची मेला 2022 को लेकर मेला अवधि हेतु नया ट्रैफिक प्लान निर्धारित किया गया है। कैंची धाम मेला के अवसर पर लागू यातायात प्लान के तहत रूट डायवर्जन इस प्रकार किया गया है —

⏩ हल्द्वानी से अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ को जाने वाले भारी वाहन, यात्री वाहन, प्राइवेट वाहन 14 जून, 2022 की सायं 05 बजे से खुटानी मोड़ भीमताल से, पदमपुरी–पोखरा-कशियालेख-शीतला-मोना-ल्वेशाल होते हुए क्वारब को डायवर्ट किये जायेंगे ।

⏩ नैनीताल से अल्मोड़ा पिथौरागढ़ को जाने वाले भारी वाहन/यात्री वाहन/ प्राइवेट वाहन 14 जून, 2022 की सायं 05 बजे से भवाली रामगढ़ तिराहे से होते हुए मल्ला रामगढ़, नथुवाखान क्वारब को डायवर्ट किये जायेंगे।

⏩ अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ से हल्द्वानी की ओर आने वाले भारी वाहन, यात्री वाहन, प्राइवेट वाहन 14 जून, 2022 की सायं 05 बजे से क्वारब पुल से मोना –ल्वेशाल-शीतला-पदमपुरी होते हुए खुटानी बैंड से भीमताल की ओर डायवर्ट किया जायेंगे।

⏩ रानीखेत से आने वाले भारी वाहन, यात्री वाहन 14 जून की सायं 05 बजे से खैरना पुल से क्वारब होते हुए मोना-ल्वेशाल-पदमपुरी से खुटानी बैण्ड से भीमताल को डायवर्ट किया जायेंगे।

⏩ भवाली की ओर से आने वाले दोपहिया वाहन जंग्लात बैरियर से आगे नहीं जायेंगे। इस बैरियर पर (टैक्सी व बस) शटल सेवा भी रोककर वापस भेजी जायेगी।

⏩ हल्द्वानी, नैनीताल की ओर से निजी वाहनों से आने वाले श्रृद्धालुओं को पहले चरण में सिद्धि रेस्टोरेंट तक भेजा जायेगा। जहां से हरतपा रोड व भवाली की ओर एकतरफा पार्किंग की जायेगी। द्वितीय चरण में इस स्थान में दबाव बढ़ने पर समस्त निजी वाहनों को भवाली में पार्क कर शटल सेवा से भेजा जायेगा।

⏩ भवाली की तरफ से कैंची धाम जाने वाले शटल सेवा जंग्लात खण्डहर पर सवारी उतारकर वापस भवाली को आयेंगे। इसी प्रकार खैरना से कैंची की ओर आने वाले दर्शनार्थी शटल सेवा से पनीराम ढाबे तक आयेंगे तथा यात्रीयो को उतारकर वापस चले जायेंगे।

⏩ खैरना से कैंची धाम आने वाले दर्शनार्थी/यात्री वाहन, खैरना में पेट्रोल पम्प के आगे खाली जगह पर ही अपने वाहन पार्क करेंगे तथा शटल सेवा से पनीराम ढाबे तक आयेंगे और शटल सेवा से ही वापस जायेंगे।

⏩ सेना के वाहनों के आवागमन को उक्त तिथि में परिवहन स्थगित किये जाने हेतु अनुरोध किया जा रहा है।

बाबा नीब करौली की महाराज की बरसती है कृपा

कहा जाता है कि कैंची धाम में आज भी बाबा नीब करौली महाराज की कृपा बरसती है। यहां सच्चे मन से आने वाले लोगों की समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इतिहासिक तथ्यों के अनुसार वर्ष 1964 में बाबा नीब करौली महाराज ने यहां हनुमान मंदिर की स्थापना की थी। जिसके बाद प्रतिवर्ष 15 जून को कैंची धाम में मेला लगता रहा है। मेले में देश-विदेश से हजारों भक्त पहुंचते हैं। लगभग दो माह पूर्व से मेले की तैयारियां हो जाती हैं। 14 व 15 जून को यहां लाखों की संख्या में भक्तगण देश—विदेश से पहुंचते हैं।

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