नैनीताल : कमिश्नर रावत की छापेमारी, दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस

नैनीताल। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बुधवार को नैनीताल कलेक्ट्रेट स्थित खनन ऑफिस के खनन पटल पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कुमाऊं कमिश्नर रावत…

नैनीताल : कमिश्नर रावत की छापेमारी, दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस

नैनीताल। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बुधवार को नैनीताल कलेक्ट्रेट स्थित खनन ऑफिस के खनन पटल पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कुमाऊं कमिश्नर रावत को काफी खामियां मिली, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की।

खनन पटल पर छापेमारी के दौरान मिली अनियमिततायें

मण्डलायुक्त ने बताया कि जिलाधिकारी नैनीताल, अपरजिलाधिकारी खनन अशोक जोशी ने 2 वर्ष व प्रभारी अधिकारी द्वारा आतिथि तक खनन पटल का निरीक्षण नहीं किया है। इन सबका दायित्व है कि निर्धारित समयावधि में खनन पटल का निरीक्षण करें।

दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी

खनन पटल की संयुक्त रिपोर्ट जिलाधिकारी तक न पहुंचाये जाने पर मण्डलायुक्त ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अपर जिलाधिकारी खनन अशोक जोशी व प्रभारी अधिकारी कलेक्टरेट राहुल शाह को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा है कि क्यूँ न इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाय। साथ ही अपरजिलाधिकारी व प्रभारी अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि की संस्तुति भी की है।

समय पर निरीक्षण न करने से सरकार को राजस्व का नुकसान

छापेमारी के दौरान पता चला कि खनन पोर्टल पर पिछले 3 सालों से अर्थदंड वालों की आरसी (रिकवरी सर्टिफिकेट) नहीं काटी जा रही थी, जबकि अवैध खनन करने वालों की संयुक्त रिपोर्ट होने के बावजूद अवैध खनन कर्ताओं को नोटिस नहीं दिया जा रहा था जिस पर कमिश्नर रावत ने खनन विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई। कहा कि उच्च अधिकारियों द्वारा समय समय पर निरीक्षण न करने के कारण सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ है।

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