सीएनई रिपोर्टर, देहरादून
उत्तराखंड के मैदानी व पर्वतीय जनपदों में पड़ रही भीषण गर्मी और लू के बीच एक राहत वाली सूचना आई है। मौसम विभाग से जारी हुई सूचना के अनुसार शनिवार 30 अप्रैल और रविवार 01 मई को पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश व ओलावृष्टि की सम्भावना है। वहीं मैदानी भागों में भी तेज हवा चलने का पूर्वानुमान है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी ताजा अपडेट के अनुसार 30 अप्रैल व 01 मई को चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ (Chamoli, Uttarkashi, Rudraprayag, Bageshwar and Pithoragarh) में गरज के साथ बौछार और ओलावृष्टि होने की आशंका है। वहीं, मैदानी भागों में मौसम शुष्क रहने के साथ ही तेज गर्म हवाएं चल सकती हैं।
पारे में उछाल के साथ उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। पहाड़ से लेकर मैदान तक भीषण गर्मी महसूस की जा रही है। ज्यादातर इलाकों में में तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। देहरादून, हरिद्वार समेत अन्य मैदानी इलाकों में अधिकतम पारा 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं है। इस दौरान पारा चढऩे के साथ ही मैदानों में लू चल सकती है। हालांकि, ताजा पश्चिमी विक्षोभ के शनिवार शाम तक उत्तराखंड में दस्तक देने की उम्मीद है। जिसके चलते रविवार को पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश व ओलावृष्टि हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि वर्तमान अप्रैल माह में संपूर्ण प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप दिख रहा है। मैदानी भू—भागों में वर्तमान माह ने गर्मी में 13 सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। देहरादून, हरिद्वार Dehradun, Haridwar सहित अन्य मैदानी इलाकों में अधिकतम पारा 40 डिग्री के करीब पहुंचा चुका है। पहाड़ हो या मैदान हर तरफ गर्मी का अहसास हो रहा है। मैदानी इलाकों में तो लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। ज्यादातर क्षेत्रों में में तापमान सामान्य से 02 to 03 °C अधिक बना हुआ है।
वहीं भीषण गर्मी के बीच बिजली की खपत भी बढ़ रही है। जिससे निपटने के लिए ग्रामीण इलाकों और उद्योगों में 02 से ढाई घंटे विद्युत कटौती की जा रही है। यह भी बताना चाहेंगे कि इन दिनों पहाड़ों के कई जंगलों में लगी आग के कारण भी तापमान में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। कुछ पहाड़ी इलाकों में धुंए के गुबार के बीच तपिश साफ महसूस की जा सकती है। अलबत्ता कहा जा सकता है कि यदि मौसम विज्ञान का इस बार का पूर्वानुमान सटीक बैठता है तो पहाड़ों में रविवार और सोमवार को हल्की बारिश से कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि पूर्व में मौसम विभाग द्वारा बारिश के संबंध में जारी की गई सूचना सटीक नहीं बैठी थी।