सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा
दिनांक — 5 सितंबर, 2020
उत्तराखंड किसान सभा अल्मोड़ा और सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन अल्मोड़ा ने संयुक्त रूप से 5 सितंबर को किसान कार्यवाही दिवस के रूप में मनाया। उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर यहां चौघानपाटा में पूर्वाह्न करीब डेढ़ घंटे सांकेतिक धरना दिया। बाद में इन संगठनों की ओर से संयुक्त ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किया गया। जिसमें नौ सूत्रीय मांगें शामिल हैं।
उक्त संगठनों का कहना है कि कोविड-19 की महामारी ने दुनियाभर में अपना प्रभाव डाला है, लेकिन भारत इससे सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इस कारण देश में करीब 15 करोड़ से अधिक लोग अपना रोजगार खो चुके हैं और दूसरी तरफ केंद्र सरकार तुगलकी निर्णय ले रही है। जो जनता को बदहाली की तरफ धकेलने का प्रयास है और यह स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। संगठन के नेताओं का कहना है कि किसान विरोधी नीतियों ने लाखों किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। संगठन प्रतिनिधियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। जिसमें नागरिकों के लिए मुफ्त व सार्वभौम स्वास्थ्य व्यवस्था करने, आयकर मुक्त परिवारों को 7500 रुपया प्रतिमाह 6 माह तक भुगतान करने, सभी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने, हर जरूरतमंद व्यक्ति को 10 किलो अनाज 6 माह तक देने, मनरेगा के तहत 200 दिन का रोजगार देने तथा मजदूरी 600 रुपये प्रतिदिन करने, कर्मचारियों की सेवा अवधि कम करने वाले कानून को खत्म करने, रिक्त पदों को शीघ्र भरने, आवश्यक वस्तुओं के मंडी कानून, कृषि व्यापार, बिजली कानून, श्रम कानूनों में अधिसूचना या कार्यपालिका के आदेश के माध्यम से संसोधन पर रोक लगाने, सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर रोक लगाने तथा कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज के स्थानों में समुचित सुविधाएं करने की मांग शामिल है। ज्ञापन सौंपने वालों में दिनेश पाण्डे, आरपी जोशी, अरुण जोशी, स्वप्निल पांडे आदि शामिल थे।
अल्मोड़ा : किसान सभा और सीटू ने मनाया किसान कार्यवाही दिवस, सांकेतिक धरना देकर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ादिनांक — 5 सितंबर, 2020उत्तराखंड किसान सभा अल्मोड़ा और सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन अल्मोड़ा ने संयुक्त रूप से 5 सितंबर को किसान…