Almora News: विश्वविद्यालय के कई प्रस्तावों का हुआ अनुमोदन

—सोबन​ सिंह जीना विश्वविद्यालय के शैक्षिक परिषद की पहली बैठक—सकारात्मक सोच से उन्नति के शिखर पर पहुंचेगा विवि—कुलपतिसीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ासोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के…

—सोबन​ सिंह जीना विश्वविद्यालय के शैक्षिक परिषद की पहली बैठक
—सकारात्मक सोच से उन्नति के शिखर पर पहुंचेगा विवि—कुलपति
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के शैक्षिक परिषद की प्रथम बैठक आज कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में हुई। इसका शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस बैठक में विश्वविद्यालय के कई प्रस्तावों का अनुमोदन हुआ। इस मौके पर कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि विश्वविद्यालय को उन्नति के शिखर तक पहुंचाने के लिए सभी को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करना होगा।

बैठक में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय की स्थापना होने के बाद उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय अल्मोड़ा, एसएसजे परिसर अल्मोड़ा, पंडित बद्रीदत्त पांडे स्नातकोत्तर महाविद्यालय बागेश्वर, लक्ष्मण सिंह महर स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ को इसमें मर्ज करते हुए विश्वविद्यालय की शैक्षिक परिषद ने अवशोषित किया। वहीं उत्तराखंड आवासीय विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के पाठ्यक्रमों के बेहतर संचालन के लिए नए संकाय एवं संकाय के अधीन विभागों की स्थापना के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के सभी संकायों को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के संकाय बनाये जाने के प्रस्ताव पर मंथन कर अनुमोदन किया गया। सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा, पंडित बद्रीदत्त पाण्डे स्नातकोत्तर महाविद्यालय बागेश्वर एवं लक्ष्मण सिंह महर स्नात्कोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ के समस्त विभाग और विषयों को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के संकायों के अधीन स्थापित करने के प्रस्ताव पर अनुमोदन किया गया।
सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा के पुस्तकालय को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का पुस्तकालय बनाये जाने पर विचार विमर्श कर अनुमोदन किया गया। बैठक में परीक्षा समिति की समस्त बैठकों का कार्यवृत्त प्रस्तुत किया गया और शोध एवं प्रसार केंद्र के समस्त बैठकों के कार्यवृत्त का अनुमोदन हुआ। अकादेमिक परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय के समस्त संकायों की फेकल्टी बोर्ड के कार्यवृत्त का अनुमोदन किया गया। बैठक के शुरू में कुलसचिव सुधीर बुढ़ाकोटी ने सदन में विश्वविद्यालय के प्रस्तावों को सविस्तार प्रस्तुत किया।

कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के साथ कई संस्थानों ने शैक्षिक व शोध गतिविधियों के संचालन के लिए एमओयू हस्ताक्षर किए हैं। अकादमिक सदस्यों व शोधार्थियों के सहयोग से विश्वविद्यालय भारत के श्रेष्ठ विश्वविद्यालय बनने की दिशा में अग्रसर हो रहा है। विश्वविद्यालय की गतिविधियां एआईयू के समक्ष पहुंच रही है, क्योंकि विश्वविद्यालय में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी की सदस्यता ले चुका है। विश्वविद्यालय की उपलब्धियां बताते हुए कुलपति ने कहा कि स्वामी विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र, लीगल ऐड सेंटर, लक्ष्मी देवी टम्टा सेंटर फॉर वीमेन स्टडीज एंड रिसर्च, हरेला पीठ के संचालन के साथ ही विश्वविद्यालय योग साक्षरता का अभियान चलाए है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय को उन्नति के शिखर तक पहुंचाने के लिए सभी को सकारात्मक सोच लेकर चलना होगा। सदन के सदस्यों में प्रो. अनिल जोशी, प्रो. एसडी शर्मा, प्रो. नीरज तिवारी, डॉ. हर्षिता जोशी, प्रो. अनिल यादव, डॉ. डीके उपाध्याय आदि ने सुझाव दिए। बैठक का शुभारंभ संगीत की छात्रों के सरस्वती गीत वंदना, स्वागत गीत से हुआ।

बैठक में विवि के विशेष कार्याधिकारी डॉ. देवेंद्र सिंह बिष्ट, वित्त अधिकारी हेमेंद्र प्रकाश गंगवार, परीक्षा नियंत्रतक प्रो. सुशील कुमार जोशी, अधिष्ठाता प्रशासन प्रो. प्रवीण बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. इला साह, अधिष्ठाता शैक्षिक प्रो. शेखर चन्द्र जोशी, अधिष्ठाता परीक्षा प्रो. जीसी साह, संकायाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार जोशी, प्रो. जया उप्रेती, प्रो केसी जोशी, प्रो. अमित कुमार पंत, प्रो. भीमा मनराल, प्रो. सोनू द्विवेदी समेत विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।

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