सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
कोरोना संक्रमण के इस कठिन दौर में रात—दिन ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारियों के परिवारों का पूरा ध्यान उत्तराखण्ड पुलिस वाईव्स वेलफेयर एसोसिएशन रखे हुए है। उनकी समस्या संज्ञान में आते ही उसका निदान हो रहा है। ऐसे ही प्रयासों के चलते अब उन्हें चिंता व तनाव से मुक्ति दिलाने की पहल शुरू हो गई है। पुलिस परिवारों की महिलाओं की वर्चुअल गोष्ठी आयोजित कर उन्हें विषय विशेषज्ञों के जरिये ऐसे गुर सिखाए गए, जो चिंता व तनाव को भगा सकें।
उत्तराखण्ड पुलिस वाईव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्षा डाॅ. अलकनन्दा अशोक कुमार की पहल पर पुलिस परिवारों का खासा ध्यान दिया जा रहा है। उनकी समस्याओं को नियमित परखा जा रहा है और समस्याओं का निदान भी किया जा रहा है। उन्हीं की पहल पर एसोसिएशन की जिलाध्यक्षा हेमा बिष्ट द्वारा जिले में पुलिस परिवार की महिलाओं एवं बच्चों के लिए वर्चुअल गोष्ठी आयोजित की। जिसके माध्यम से कोरोनाकाल में उन्हें चिंता, अवसाद व तनाव जैसी परिस्थितियों के मुक्त होने के गुर सिखाए गए। ऐसी युक्तियां सुझाई, जिन्हें अपनाकर परिवार तनावमुक्त हो और सकारात्मक सोच विकसित हो। इसके लिए उन्हें मनोवैज्ञानिक, जुम्बा एवं नृत्य के टिप्स देकर इन्हें अपने जीवन का अंग बनाने पर जोर दिया। एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा की मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. मधुलता नयाल तथा जुंबा व नृत्य प्रशिक्षक नीरज बिष्ट ने वर्चुअल तरीके से सकारात्मक सोच एवं फिटनेस के टिप्स बताये गये।
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प्रो. मधुलता नयाल ने बताया कि महिलायें अपने परिवार को खुश रखने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं। उनके खुश रहने से ही पूरा परिवार खुश रह सकता है और अगर वो दुखी हैं तो पूरा परिवार ही परेशान हो जाता है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे हमेशा एक अच्छी पत्नी, मां, बहन, कुक व अच्छी दोस्त के रूप में खुद की पहचान बनाएं। तभी परिवार सकारात्मकता की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा हमारे आसपास जो भी घट रहा हो, उसका सीधा असर हमारी मानसिकता पर पड़ता है। जो किसी न किसी रूप में तनाव का कारण बनता है या नकारात्मक सोच पैदा करता है। इसलिए हम अपनी छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाकर इस तनाव तथा नकारात्मकता को भगा सकते हैं।
उन्होंने कम से कम आधा या एक घण्टा समय निकालकर हर दिन मेडिटेशन, योग, डांस करने का सुझाव देते हुए प्रोटीन युक्त आहार को प्राथमिकता देने की बात कही। जुम्बा एवं नृत्य प्रशिक्षक ने विषम परिस्थिति में खुद को फिट रखने के लिए जुम्बा, नृत्य को सबसे अच्छा विकल्प बताया। उन्होंने बताया कि म्यूजिक के साथ थिरकते कदमों से शरीर फिट रहने के साथ-साथ मन खुश रहता है एवं तनाव दूर होता है। उन्होंने जुंबा के बारे में विस्तार से बताते हुए इसके लाभ समझाए। इस मौके पर एसोसिएशन की जिलाध्यक्षा हेमा बिष्ट ने नकारात्मक विचारों से दूर रहकर हमेशा खुश रहने की प्रेरणा दी और कहा कि फिटनेस व तनाव से मुक्ति के लिए आनलाइन जुम्बा क्लासेस भी शुरू करवाई जा सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी भी पुलिस परिवार में किसी तरह की कोई समस्या आती है, तो वे ततकाल फोन कर बता सकते हैं। तभी उनकी समस्या का निस्तारण किया जायेगा।
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