लालकुआं। भाकपा (माले) राज्य स्थायी समिति की बैठक ‘माले’ राज्य कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक के माध्यम से जारी प्रेस बयान में भाकपा (माले) के राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि, “उत्तराखंड राज्य के बीस सालों में बढ़ती लूट खसोट त्रिवेन्द्र सरकार में चरम पर पहुंच गई है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि सरकार खुद स्वीकार कर रही है भवन सन्निर्माण एवं कर्मकार बोर्ड में भ्रष्टाचार व्याप्त है तब जीरो टॉलरेंस वाली सरकार को जनता को जवाब देना चाहिए कि वह जबाबदेह मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं कर रही है।”
उन्होंने कहा कि, “बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान चलाने वाली सरकार ने महिला अपराध के दोषी द्वारहाट विधायक को बर्खास्त कर गिरफ्तारी की कार्यवाही करना तो दूर रहा उल्टा सरकार महिला को फंसाने की कोशिश कर लगातार दोषी विधायक को बचाने का काम कर रही है।”
कामरेड राजा बहुगुणा ने कहा कि, “राज्य की भाजपा सरकार रोजगार सिर्फ विज्ञापनों में ही दे रही है जमीन पर कहीं कोई रोजगार नहीं है और त्रिवेन्द्र सरकार खुद अपनी पीठ थपथपा रही है।”
बैठक में कहा गया कि बिहार विधानसभा चुनावों में भाकपा (माले) और वामपंथी पार्टियों के अच्छे प्रदर्शन ने वाम कतारों और शोषित उत्पीड़ित लोगों में एक नयी उम्मीद जगाई है। भाकपा (माले) उत्तराखंड में वाम एकता को मजबूत करते हुए यहां के मजदूर-किसान-बेरोजगार-महिलाओं के सवालों पर संघर्ष तेज़ करेगी।
भाकपा (माले) ने केंद्रीय मजदूर संगठनों की 26 नवंबर की हड़ताल को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा कि पार्टी और सभी जनसंगठन पूरी ताकत से हड़ताल को सफल बनाने में जुटेंगे।
स्थायी समिति की बैठक में कामरेड राजा बहुगुणा, के के बोरा, इन्द्रेश मैखुरी, आनंद सिंह नेगी, डॉ. कैलाश पाण्डेय मौजूद रहे।