कर्जा चुकाने के लिए दो सिरफिरों ने ले ली निर्दोष व्यापारी की जान

— निर्मम तरीके से हत्या कर लूटे थे 90 हजार, दोनों गिरफ्तार — ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का अल्मोड़ा पुलिस ने किया खुलासा सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा:…

ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री अल्मोड़ा

— निर्मम तरीके से हत्या कर लूटे थे 90 हजार, दोनों गिरफ्तार

— ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का अल्मोड़ा पुलिस ने किया खुलासा

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिला पुलिस ने दिसंबर 2022 में स्याल्दे तहसील के राजस्व क्षेत्र में घटित ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री के मुख्य आरोपी को दबोचने में सफलता पा ली है। इस पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इसके साथ ही इस हत्याकांड का खुलासा हो गया है। दो युवकों ने अपनी आर्थिक तंगी मिटाने व कर्जा चुकाने के लिए निर्दोष पशु व्यापारी को निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया। एक आरोपी पहले गिरफ्तार हो चुका है।

जानें, क्या था पूरा मामला

वादी मोहम्मद कफील निवासी भोजपुर मौहल्ला, जामा मस्जिद, थाना भोजपुर, जिला मुरादाबाद उ.प्र. की तहरीर के मुताबिक उसके मामा अजिबुर्रहमान (40 वर्ष) विगत 20 साल पहले से अल्मोड़ा जिले की स्याल्दे तहसील के ग्राम भाकुड़ा में किराए का कमरा लेकर रहते ​थे और पशु व्यापार का कार्य करते थे। तहरीर के मुताबिक अजिबुर्रहमान 06 दिसंबर 2022 को दिन के एक बजे से लापता हैं। उनका मोबाइल नंबर भी बंद चल रहा था और उनकी मोटरसाइकिल भी नहीं मिल रही है। मामले पर राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र उदयपुर तहसील स्याल्दे में धारा 365 भादवि बनाम अज्ञात में अभियोग पंजीकृत किया गया था।इसके बाद 09 दिसंबर 2022 को की सायं करीब साढ़े छह बजे ग्राम मल्ला भाकुड़ा, तोक जड़पानी, तहसील स्याल्दे में गुमशुदा अजिबुर्रहमान का शव, चश्मा, बाईक की चाबी व एटीएम कार्ड जड़पानी गधेरे के एक गुफा से बरामद हुआ। इसके बाद राजस्व उप निरीक्षक उदयपुर ने अभियोग में धारा 302/201 भादवि की बढ़ोत्तरी की गयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट अल्मोड़ा के आदेशानुसार अभियोग की विवेचना 10 दिसंबर 2022 को राजस्व पुलिस से अल्मोड़ा पुलिस को हस्तांतरित हुई।

रेगुलर पुलिस को सौंपा मामला, एक पकड़ा

रेगुलर पुलिस के पास विवेचना आने पर एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने थानाध्यक्ष सल्ट अजेन्द्र प्रसाद को विवेचक नियुक्त कर सीओ रानीखेत टीआर वर्मा, एसओजी प्रभारी सुनील धानिक व एएनटीएफ प्रभारी सौरभ भारती को शीघ्र अभियोग का अनावरण कर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी करने के लिए निर्देशित किया। मामले पर पुलिस की ठोस विवेचनात्मक कार्यवाही की और सुरागरसी-पतारसी से मामले में दो लोग सुनील सिंह बिष्ट (25 वर्ष) पुत्र राजे सिंह बिष्ट, निवासी तल्ला चनोली, तहसील स्याल्दे, अल्मोडा व विरेन्द्र कुमार (26 वर्ष) पुत्र भगत राम निवासी ग्राम जड़पानी, तहसील स्याल्दे, अल्मोड़ा आरोपी के तौर पर प्रकाश में आए। इसके बाद सुनील सिंह बिष्ट को 13 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशादेही पर मृतक की मोटरसाइकिल संख्या UP—21 U-5017 को खालीगांव के एक गधेरे में बने कलमठ से बरामद किया तथा सुनील सिंह को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

अब फरार मुख्य आरोपी दबोचा

घटना का मुख्य आरोपी विरेन्द्र कुमार घटना को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अल्मोड़ा ने 15 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर सीओ रानीखेत को टीम गठित करने के निर्देश दिए थे।सीओ रानीखेत तिलक राम वर्मा ने विवेचक/थानाध्यक्ष अजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में एसओजी/एएनटीएफ की संयुक्त टीम गठित की। इस टीम ने फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी, किंतु आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार ठिकाने बदल रहा था। ठोस छानबीन से साइबर सेल की मदद लेते हुए पुलिस टीम ने जानकारी जुटाई और अथक प्रयासों के बाद 03 जनवरी 2023 को मुख्य आरोपी विरेन्द्र कुमार को मोहान के पास से गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार फरसा व मृतक के कपड़े बरामद कर लिये। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सल्ट अजेद्र प्रसाद, आरक्षी मो. मंसूर, मनमोहन सिंह, भूपेंद्र सिंह, बलवंत प्रसाद व इन्द्र कुमार शामिल रहे।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने घटना का खुलासा किया। पुलिस पूछताछ में आरोपी विरेंद्र कुमार ने बताया कि वह पेंटर का कार्य करता है। काम नहीं मिलने से अपने जरुरतें पूरी करने के लिए गांव के लोगों से उधार पैसे लेते रहता था। जिससे पिछले 8-10 महीनों में वह लोगों के कर्जे में डूब चुका था और घर चलाने व कर्ज उतारने के लिए परेशान था। अपना दुखड़ा उसने अपने दोस्त सुनील सिंह बिष्ट को बताया। तो सुनील ने कहा ​कि वह पशु व्यापार करने वाले अजिबुर्रहमान को जानता है, उसके पास मोटी रकम रहती है। फिर योजना बनाई और अजिबुर्रहमान को भैस दिलाने व अपने कमीशन की बात कहकर बुलाया। अजिबुर्रहमान ने उनसे कहा कि तिमलखान गांव में एक भैस है वहां चलना है और तीनों तिमलखान की ओर गधेरे से होते हुए जा रहे थे, अजिबुर्रहमान आगे-आगे चल रहा था। इसी बीच विरेंद्र कुमार ने मौका देखकर अपने बैग से धारदार फरसा निकालकर अजिबुर्रहमान के गले पर जोर से वार कर डाला। जिससे वह वहीं गिर गया। फिर इन दोनों ने नीचे कूदकर अजिबुर्रहमान को पकड़ा और इसके बाद फरसे से लगातार वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। तत्पश्चात अजिबुर्रहमान पैंट की जेब को चेक करने पर उसमें से 90 हजार रुपये कैश मिला और यह करम सुनील और विरेंद्र ने आपस में बांट ली। अजिबुर्रहमान की लाश को रस्सियों से बांधकर नीचे झाड़ियों में पत्थरों से ढककर छिपा दिया।

ऋषभ पंत को लेकर बड़ी अपडेट, इलाज के लिए यहां किया जाएगा शिफ्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *