कनाडा : भारत का रहने वाला हूं भारत की बात बताता हूं…. हिंदी लिटरेरी सोसाइटी ऑफ बीसी का ‘भारत की देन’ कार्यक्रम, आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजन
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सीएनई रिपोर्टर, कनाडा
हिंदी लिटरेरी सोसाइटी ऑफ बीसी ने “आजादी का अमृत महोत्सव” मनाने के लिए “भारत की देन” कार्यक्रम आयोजित किया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इसमें अपने—अपने फन के माहिर उस्तादों ने शिरकत कर आयोजन में समां बांध दिया।
कार्यक्रम का संचालन हिंदी साहित्य समिति की सचिव नीमा मनराल, राजनीतिज्ञ एवं सामाजिक कार्यकर्ता एवं हिंदी साहित्य समिति की कोषाध्यक्ष सारिका शर्मा द्वारा किया गया। हिंदी साहित्य समाज के संस्थापक आचार्य श्रीनाथ द्विवेदी ने उद्घाटन भाषण से कार्यक्रम की शुरुआत की और भारतीय संस्कृति में पर्यावरण के प्रति सम्मान पर जोर दिया। नीमा मनराल और सारिका शर्मा ने योग, आयुर्वेद और भारतीय मसालों जैसे भारत द्वारा दुनिया को दिए गए आविष्कारों और उपहारों से लोगों को परिचित कराने की कोशिश की।
सीजीआई के काउंसलर अजीत कुमार ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को संजोया। भारत से सुनीता मिश्रा ने योग के बारे में बात की। गीता सेठी ने आयुर्वेद के बारे में बात की। प्राची ने भारत की बेटी पर एक कविता सुनाई और रेणु पंत ने भारतीय मसालों का इतिहास प्रस्तुत किया और इस तथ्य पर जोर दिया कि दुनिया के 70% मसाले भारत से आते हैं।
विजयलक्ष्मी द्वारा भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया गया और अंजलि द्वारा कथक प्रस्तुत किया गया। सिद्धार्थ चौधरी ने विश्व प्रसिद्ध भारतीय भोजन के बारे में बताया। ज्योतिका ने “जहाँ डाल—डाल पर सोने की चिड़िया, करती है बसेरा” गाना गाया और दीपिका ने “सारे जहां से अच्छा” गाया। सुच्चा सिंह मान ने भारतीय मूल के पहलवान और अखाड़ा जैसे भारतीय खेलों के बारे में बात की और प्रसिद्ध लोक गायक उस्ताद इमामुद्दीन ने राजस्थानी लोक गीत प्रस्तुत किया और भारतीय संगीत के बारे में बात की।
कलाकार, अभिनेत्री तराना कौर ने भारतीय सिनेमा के बारे में बात की। हिंदी साहित्य समाज की युवा राजदूत पूजा मिश्रा, गीता मिश्रा, सांगवी और सामरी गुप्ता ने दवा और प्रौद्योगिकी उद्योग पर एक छोटा सा नाटक प्रस्तुत किया। ईशा शर्मा, अनुश्री शर्मा और सिमरन ओबेरॉय ने भारतीय सिनेमा में पारंपरिक से आधुनिक नृत्य में नृत्य परिवर्तन को चित्रित किया। अंत में दीपा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम बहुत अच्छी तरह से चला गया क्योंकि यह नई पीढ़ी के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की झलक पाने वाले विदेशी भारतीय निवासियों के लिए अत्यधिक जानकारीपूर्ण था। कार्यक्रम का मकसद लोगों को भारतीय संस्कृति की समृद्धि के बारे में जानकारी देना रहा।
नीमा मनराल और सारिका शर्मा ने निभाई बड़ी भूमिका
ऑनलाइन माध्यम से यह कार्यक्रम गत 11 जुलाई को दोपहर 3 से सांय 5 बजे तक हुआ। इस आयोजन को सफल बनाने में नीमा मनराल और सारिका शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उल्लेखनीय है कि नीमा मनराल नार्थ डेल्टा से चुनाव भी लड़ चुकी हैं। वह बीसी ग्रीन पार्टी से यहां चुनावी समर में उतरने वालीं पहली भारतीय हिंदू महिला रही हैं। इन्होंने तिरंगा यात्रा में भी भाग लेकर देशभक्ति की अलख जगाई थी। वहीं सारिका शर्मा हिंदी साहित्य समिति की पदाधिकारी हैं उनका भी इस आयोजन में अप्रितिम योगदान रहा। नीमा मनराल ने बताया कि इस कार्यक्रम को करने का मकसद यह था कि दुनियां को यह पता चल सके कि भारत ने दुनियां को क्या—क्या दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, विज्ञान, तकनीक, प्रौद्योगिकी व पाक कला सहित तमाम चीजें ऐसी हैं, जिन्हें विश्व को भारत ने दिया है।
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