⏩ सरकारी अस्पतालों में अब 258 जांचें होंगी नि:शुल्क
⏩ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने लिए अहम फैसले
सीएनई रिपोर्टर, देहरादून
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में आने वाले दिनों में कुछ बड़े परिवर्तन देखने को मिलेंगे। जिसमें सबसे अहम यह है कि स्वास्थ्य विभाग को अब तबादला एक्ट transfer act से बाहर रखा जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बकायदा इसके लिए कैबिनेट बैठक में लाने के निर्देश दे दिये हैं। वहीं मंत्री ने अब 207 से बढ़ाकर 258 जांच नि:शुल्क किए जाने तथा पुरानी एंबुलेंस को शव वाहन के रूप में इस्तेमाल किए जाने के आदेश भी दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस स्वास्थ्य महानिदेशालय में हुई समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कुछ अहम फैसले प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की दिशा में दिए हैं। जिसके तहत अब प्रदेश के राजकीय अस्पतालों में नि:शुल्क पैथौलाजी जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। पूर्व में जहां 207 जांच फ्री थी, अब उन्हें बढ़ाकर 258 किया जायेगा। यही नहीं, पहाड़ी जिलों में खुशियों की सवारी का विस्तार करते हुए वाहनों की संख्या बढ़ाये जाने का निर्णय भी लिया गया है। हेल्थ डिपार्टमेंट में पुरानी हो चुकी एंबुलेंस को शव वाहन के तौर पर इस्तेमाल किये जाने का महत्वपूर्ण फैसला भी लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने अब स्वास्थ्य विभाग को तबादला एक्ट से अलग रखने के निर्देश भी दिए हैं। जिसके लिए कैबिनेट में जल्द प्रस्ताव लाया जायेगा।
ज्ञातव्य हो कि स्वास्थ्य महानिदेशालय में आयोजित समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिह रावत ने उक्त तमाम दिशा—निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत आती हैं। जहां चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ का स्थानांतरण जरूरत अनुसार करना पड़ता है। अतएव विभाग को तबादला एक्ट से बाहर करने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के निर्देश उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिए। डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के तबादला एक्ट के अधीन होने से विभाग में ट्रांसफर को लेकर कठिनाईयां पैदा होती हैं, जिसे दूर करने के लिए विभाग को तबादला एक्ट से बाहर रखना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि नि:शुल्क पैथोलॉजी जांच का दायरा बढ़ने से अधिक से अधिक मरीजों को इसका लाभ मिल सकेगा। पहाड़ी जनदपों में खुशियों की सवारी का दायरा बढ़ाये जान से विषम भौगोलिक परिस्थिति वाले क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में लाने व घर तक पहुंचाने में विशेष सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा अब स्वास्थ्य महकमे में पुरानी राज्य सेक्टर की एंबुलेंस को शव वाहन के रूप में बदल दिया जायेगा। जिससे जीवन की अंतिम यात्रा भी सुगम बनेगी।