सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति ने कहा कि नेट की गम्भीर समस्या के चलते राशन वितरण से संबंधित बायोमेट्रिक तथा ऑनलाइन कार्य संभव नहीं हो पा रहे हैं। बायोमेट्रिक को लेकर विक्रेताओं का उत्पीड़न किया गया तो सामूहिक त्यागपत्र दे दिया जायेगा।
नेट कनेक्टिविटी को लेकर पेश आ रही दिक्कत
पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति की प्रदेश अध्यक्ष मनोज वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में नेट की गंभीर समस्या पर चर्चा की गयी। पदाधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में नेट कनेक्टिविटी की गंभीर समस्या के कारण बायोमेट्रिक तथा ऑनलाइन कार्य संभव नहीं हो पा रहा है तथा अंगूठे का निशान भी मेल नहीं हो पा रहा है। इस बात पर रोष व्यक्त किया गया कि बार—बार अनुरोध के बाद भी शासन द्वारा नेट खर्च स्वीकृत नहीं किया गया है, जिससे ऑनलाइन कार्य करना संभव नहीं होगा। यदि शासन द्वारा नेट-खर्च स्वीकृत नहीं किया जायेगा तथा ऑनलाइन कार्य बन्द करने का निर्णय लेने को मजबूर होना पड़ेगा।
नेट का खर्चा तो स्वीकृत करे शासन
शासन से मांग की गयी कि 30 जून तक नेट-खर्च स्वीकृत करें अथवा माह जुलाई से बायोमेट्रिक कार्य करना बंद कर दिया जायेगा। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जिला अल्मोड़ा इकाई को निर्देशित किया गया कि प्रदेश के पदाधिकारी गांव—गांव जाकर विक्रेताओं से संपर्क करें तथा बैठक आयोजित करें। इस संबंध में कार्यक्रम निर्धारित कर दिये गये हैं। निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही प्रदेश स्तर की एक बैठक बुलाई जायेगी। जिसमें अल्मोड़ा, पिथोरागढ़, चंपावत, बागेश्वर के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस दौरान संघ को मजबूत कर उचित निर्णय लिये जायेंगे।
उत्पीड़न किया तो दे देंगे त्यागपत्र
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि विभाग द्वारा बायोमेट्रिक के सम्बन्ध में विक्रेताओं का उत्पीड़न किया गया तो विक्रेता त्यागपत्र देने को बाध्य होंगे। बैठक में प्रदेश संयोजक अभय साह, जिला अध्यक्ष संजय साह, महामंत्री केसर सिंह, लमगड़ा सचिव भूपाल सिंह, गोविंद सिंह फर्तयाल, कटारमल से सुन्दर भोजक, दिनेश गोयल, नारायण सिंह, पंकज कपिल, देवेंद्र चौहान, दीपक साह, पूरन सिंह, विपिन तिवारी आदि उपस्थित थे।