सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी
खुद को इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी बता कर इंश्यारेंस की समयावधि पूर्ण होने तथा वादी की आकस्मिक मृत्यु उपरांत मिलने वाली धनराशि देने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का हल्द्वानी पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। इनकी ठगी का एक बड़ा नेटवर्क रहा है। इन्होंने यूपी, उत्तराखंड, पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों में भी इसी तरह की ठगी की है।
इस मामले में बकायदा तीन लोगों की दिल्ली से गिरफ्तारी की गई है, जो ठगी के इस धंधे को अंजाम देने के लिए बड़े ही शातिराना ढंग से काम करते थे। इन्होंने अपना कार्यालय तक खोला हुआ था। अभियुक्तों के पास इन्श्योरेंस कस्टमर डिटेल मिलने से इस मामले में जल्द कुछ और बड़े राज खुल सकते हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार देवल चौड़, बन्दोबस्ती निवासी राहुल शर्मा पुत्र स्व. प्रीतम शर्मा ने कोतवाली में तहरीर दी थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
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गूगल से सर्च किया था नंबर —
तहरीर में कहा गया था कि उनके पिता प्रीतम शर्मा के भारतीय एक्सा इन्श्योरेंस कीमती 12 लाख की परिपक्वता अवधि माह जनवरी 2021 में पूर्ण हो चुकी थी। तो उनके पिता द्वारा गूगल के माध्यम से संबंधित इन्श्योरेंस कम्पनी का मोबाईल नंबर सर्च कर उस पर काल किया गया। जिस पर दीपक सिंह नामक व्यक्ति द्वारा वार्ता कर अपने आईआरडीए के सीनियर बता कर मामले के अन्य अभियुक्त तथा कथित आईआरडीए डायरेक्टर, टीएस नायक, राकेश लोखण्डे आदि बनकर अलग-अलग नम्बरों से वार्ता कर इन्श्योरेंस धनराशि रिफण्ड किये जाने के एवज में हाई कॉस्टली की चार्ज की मांग की गयी। ताजा खबरों के लिए WhatsApp Group को जॉइन करें 👉 Click Now 👈
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वादी की मौत के बाद बेटे को भी ठगा —
इसी दौरान माह अप्रेल में वादी के पिता की मृत्यु हो गयी तो उनके पुत्र राहुल शर्मा द्वारा भी उक्त नम्बरों से वार्ता कर उनके झांसे में आकर करीब 6 लाख रूपये की धनराशि अलग-अलग खातों (फैजल खान, रितेश कुमार , अंजूबी हरबलानी) में अपने एसडीएफसी खाते से ट्रान्सफर कर दी गयी। जब वादी को एहसास हुआ की उनके साथ ठगी हो रही है तो उनके द्वारा थाना हल्द्वानी गत 8 जुलाई, 2021 को मुकदमा उपरोक्त पंजीकृत कराया गया ।
दिल्ली में हुई गिरफ्तारी —
अभियोग की विवेचना उनि संजीत राठौड़ के सुपुर्द की गयी। जिनके द्वारा पुलिस टीम के साथ अभियोग में प्रयोग किये गया मोबाईल नम्बरों की लोकेशन के आधार पर आरोपियों को लक्ष्मी नगर दिल्ली मैट्रो स्टेशन के पास डी ब्लाक स्थित बिल्डिंग डी – 125 /ए की तीसरी मंजिल से 4 अगस्त, 2021 को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इन ठगों के पास कहां से आयी इतनी डिटेल ?
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आरोपियों के पास से ठगी में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाईल फोन, एटीएम कार्ड, इन्श्योरेंस कस्टमर डिटेल एवं ठगी से प्राप्त नगदी कुल 15800 रूपये बरामद हुए। मामले में अन्य आरोपी फिरोज खान निवासी गांधीनगरख् दिल्ली एवं आदर्शकुमार शुक्ला निवासी उपरोक्त को वांछित किया गया। इस मामले में जिन खातों (रितेश कुमार एव अंजूबी हरबलानी) पैसा ट्रान्सफर हुआ है उनकी भी जांच करायी जा रही है। साथ ही जो इन्श्योरेंस कस्टमर डिटेल आरोपियों से प्राप्त हुई है वह किस माध्यम से एवं कैसे इनको प्राप्त हुई इस संबंध में संबंधित कम्पनियों से भी पूछताछ करायी जायेगी। पुलिस ने बताया कि इन ठगों द्वारा उत्तराखण्ड के अलावा यूपी, पंजाब, हरियाणा आदि में भी ठगी की गयी है, जिसके संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है। आरोपयिों के खिलाफ धारा 420 भादवि, बढोतरी धारा 120बी भादवि व धारा 66डी आईटीएक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
इनकी हुई गिरफ्तारी —
मौ. आदिल सिद्धिकी पुत्र रियासुदीन सिद्धिकी उम्र 29 वर्ष निवासी सी 146 अकबर लाईन, ओखला, जामिया नगर, थाना साहिनबाग, दक्षिण पूर्वी दिल्ली। सरफराज आलम पुत्र हबीब अहमद निवासी मकानं नंबर 936 गली नंबर 12, भजनपुरा थाना, शाहदरा, दिल्ली पूर्वी, उम्र 30 वर्ष तथा फैजल खान पुत्र जाहिद खान निवासी सी 100 ठोकर नंबर 8 तैयब मस्जिद के पास, अकबर लाईन, थाना साहिनबाग, दक्षिण पूर्वी दिल्ली, उम्र 26 वर्ष।
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पुरस्कृत होगी टीम, आरोपियों से मिला यह सामान —
इधर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रीति प्रियदर्शिनी द्वारा पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु उन्हें एक हजार रूपये देने की घोषण की गयी है। आरोपियों में शािमल फैजल सिद्धिकी से धोखाधड़ी में प्रयुक्त 3 कीपेड मोबाईल फोन , धोखाधड़ी से प्राप्त 7200 रूपये नगदी। सरफराज आलम से धोखाधड़ी में प्रयुक्त 3 कीपेड मोबाईल फोन, धोखाधड़ी से प्राप्त 5000 हजार रूपये नगदी तथा फैजल खान (खाता धारक) से 3600 रूपये नगर प्राप्त किया गया हैं। जबकि इनके कार्यालय से एक अदद एएसयूएस कम्पनी का लेपटॉप मय चार्जर, एक अदद लेनेवो छोटा लैपटॉप, धोखाधड़ी किये जाने वाले हिसाब- किताब हेतु रखे गये एक छोटा नोट पैड एवं 4 बड़े रजिस्टर, इन्श्योरेंस कस्टमर डिटेल के करीब 20-20 वर्कीय 10 अदद बन्च (बण्डल) तथा 06 अदद अलग-अलग खातों के एटीएम कार्ड मिले हैं।
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यह थे पुलिस टीम में शामिल —
उनि संजीत राठौड़, दीपक अरोरा एसओजी, कानि त्रिलोक सिंह एसओजी,
कानि भानु प्रताप एसओजी तथा कानि सुन्दर रौतेला थाना, हल्द्वानी। मामले की विवेचना उनि संजीत राठौड़ ने की।