⏩ मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम, ग्रामीणों को किया सतर्क
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी
क्षेत्र में मवेशीखोर गुलदारों का जबरदस्त आतंक है। आज दिन दहाड़े गुलदार ने एक बकरी को दबोच लिया। हालांकि ग्रामीणों ने काफी हिम्मत करके गुलदार के जबड़ों से बकरी को तो बचा लिया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आम जनता को गुलदार के पुन: आगमन के खतरे को लेकर सावधान किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां ढोकाने, कुलगाढ़ के नजदीकी वन क्षेत्र और ढोकाने वाटर फॉल के पास आए दिन गुलदार दिखाई दे रहे हैं, जिनकी संख्या एक से अधिक है। चिंता की बात तो यह है कि गुलदार अब देर सांय ही नहीं, बल्कि भरी दोपहर भी दिखने लगे हैं। जिसके चलते स्थानीय ग्रामीण काफी दहशत में है।
खास तौर पर ग्राम सिरसा, चौनीखेत, चोपड़ा, कूूल, कमोली, छिमी, सुयालबाड़ी में रोजाना गुलदार दिखाई दे रहे हैं। आज दोपहर को गुलदार ने ढोकाने में कुलगाड़ निवासी पूरन सिंह भंडारी की बकरी को गुलदार ने दोपहर करीब 12 बजे दबोच लिया। जिसके बाद जब ग्रामीण ने शोर मचाया तो कुछ लोग एकत्रित हो गये। ग्रामीणों द्वारा शोर मचाये जाने पर गुलदार बकरी को छोड़ वहां से जंगल चला गया, लेकिन तब तक बकरी मर चुकी थी। जिस कारण ग्रामीण को आर्थिक क्षति पहुंची है। उधर सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्य व फोरेस्टर संजय आर्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि गुलदार इस इलाके के पालतू मवेशियों के शिकार के लिए लगातार आ रहे हैं। जिस कारण ग्रामीणों को विशेष रूप से सतर्क रहना चाहिए। खास तौर पर स्कूली बच्चों को परिजन अकेले विद्यालय नहीं भेजे। गुलदार के संभावित हमले से बचने के लिए हमेशा प्रभावित इलाकों में झुंड में चलें। उन्होंने कहा कि पशु हानि पर प्रभावित ग्रामीण को विभाग की ओर से उचित मुआवजा दिया जायेगा।