17वीं लोकसभा के अंतिम कार्य दिवस पर पीएम का संबोधन
New Delhi/देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 17वीं लोकसभा के अंतिम कार्य दिवस पर अपने संबोधन से लोकसभा चुनाव से पूर्व अपने बुलंद हौंसलों का संकेत दिया। उन्होंने जो कुछ कहा वह समर्थकों के लिए बड़ा संदेश होगा, वहीं विरोधियों के लिए तरकश से निकले शब्दबाण।
नरेंद्र मोदी ने आज बीते 05 सालों के कार्यकाल में हुए कामकाज और सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। वह आगामी लोकसभा चुनाव 2024 पर अपनी बात कहने से भी नहीं चूके। कहा कि वे चुनौतियों का आनंद लेते हैं। मोदी ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का आवश्यक पहलू है और हम सब इसे गर्व से स्वीकार करते हैं। हमारा लोकतंत्र पूरे विश्व को अचंभित कर रहा है। मुझे विश्वास है यह ऐसे ही बना रहेगा। मुझ पर तो परमात्मा की कृपा रही है कि जब चुनौती आती है तो मैं ज्यादा निखरता हूं। हम हर चुनौतियों का सामना कर पाए हैं।
सबका साथ-सबका विकास’ का दिया मूल मंत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राम मंदिर आने वाली पीढियों के लिए गर्व का विषय होगा। यह अलग बात है कि हर किसी में ऐसा समार्थ्य नहीं होता है कि वह इन चीजों पर गर्वान्वित महसूस करे। फिर भी इस सदन में भविष्य को लेकर जो बातें हुई हैं, उसमें संवेदना, संकल्प और सहानुभूति तीनों का समावेश है। सांसदों ने जो बातें कहीं, उनमें सबका साथ-सबका विकास के मंत्र को आगे बढ़ाने का तत्व भी है।
कुछ लोग चुनाव आते ही घबराते हैं
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने एक बिल लाकर हमने पूरी भावी पीढ़ी को सुरक्षित किया है। पीएम ने कहा कि कुछ लोग चुनाव के आते ही घबराने लगते हैं। हम देश की भावी पीढ़ी के लिए हमेशा कुछ न कुछ अच्छा करते रहेंगे। ये सदन हमें प्ररेणा देता रहेगा। सामूहिक संकल्प, सामूहिक शक्ति के साथ उत्तम से उत्तम काम करेंगे। उन्होंने कहा, हम भारत की भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम करते रहेंगे।