हल्द्वानी। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर कंपाउडर की मौत के मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए संविदा पर तैनात एसएसओ को नौकरी से निकाले जाने के खिलाफ इंटक से संबद्ध उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए अधीक्षण अभियंका के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने अधीक्षण अभियंता के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि मृतक कमल सिंह रावत के दुखी परिवार के साथ सभी कर्मचारी खड़े हैं लेकिन जांच में प्रथम द्ष्टया दोषी पाते हुए जिस प्रकार से संविदा पर तैनात एसएसओ चंदन सिंह नगरकोटी की सेवाएं समाप्त की गई हैं उससे लग रहा है कि यह निर्णय एक तरफा लिया गया है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि जांच पूरी होने की प्रतीक्षा किए बगैर किसी कार्मिक की सेवा समाप्त किया जाना सही न्याय नहीं है।
ज्ञापन में लिखा है कि चंदन सिंह नगरकोटी का पुराना कार्यकल दाग रहित है। वह अल्पवेतन में वर्षों से विभाग की सेवा कर रहा है। उसके बुजुर्ग माता पिता व परिवार उसके साथ रहता है जिनकी पूरी जिम्मेदारी चंदन के कंधों पर ही है। ऐसे में उसे सेवा से हटाने का निर्णय उसके परि वार के लिए कष्टकारी होगा।
ज्ञापन में सीएम से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया है।
इसके अलावा विद्युत अधिकारी कर्मचारी संघर्ष समिति ने भी अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में कर्मचारियों को दी गई सजाओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आग्रह किया है।