👉 हैंडपंप व जल स्रोतों पर निर्भर हैं कई हिस्सों के लोग
👉 पूरी आबादी की प्यास नहीं बुझा पा रही योजनाएं
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: नगर समेत जिले के ग्रामीण क्षेत्र में इन दिनों फिर पानी का संकट गहरा गया है। नगर के मजियाखेत, कफलखेत तथा सैंज का इलाका पेयजल संकटग्रस्त है, जबकि बैकोड़ी गांव से बनी पेयजल योजना से दो गांवों को पानी नहीं मिल रहा है। जिससे लोग परेशान हैं।
मालूम हो कि नगर में रोजाना दस से 15 नये मकान बन रहे हैं। इस कारण योजना सभी की प्यास नहीं बुझा पा रहे हैं। आलम यह है कि मंडलसेरा व जीतनगर के लोगों को पानी के नये कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। वहां रह रहे लोग हैंडपंप व स्रोतों पर निर्भर हैं। इधर स्रोतों में भी पानी कम होने लगा है। मंडलसेरा, जीतनगर, कफलखेत, मजियाखेत तथा तहसील मार्ग पेयजल संकटग्रस्त क्षेत्र है। यहां के लोग कई बार जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी है। साढ़े पांच एमएलडी के बजाए लोगों को साढ़े तीन एमएलडी पानी मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में वह भी नहीं मिल रहा है। बैकोड़ी के लिए पचार व किड़ई गांव के लिए करोड़ों रुपये खर्च करके पानी की योजना बनी, लेकिन योजना लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रही है।
पांच दिन से योजना से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। लोगों ने इस बात की जानकारी विभाग को भी दे दी है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। बागेश्वर के लोगों ने जल संस्थान से वितरण प्रणाली में सुधार की मांग की है। इधर जल संस्थान के ईई सीएस देवड़ी ने बताया कि स्रोतों में पानी के चलते ग्रेविटी वाली योजनाओं में दिक्कत है। रोस्टर के हिसाब से पानी बांटा जा रहा है। अधिक संकट वाले क्षेत्रों में मांग के अनुसार टैंकर भेजा जा रहा है।