बिग ब्रेकिंग : अल्मोड़ा जेल में बंद लखनऊ निवासी पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी की मौत, बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में हुई थी गिरफ्तारी

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ादिनांक — 8 सितंबर, 2020यहां बहुचर्चित एससी, एसटी, ओबीसी दशमोत्तर कक्षाओं की छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में जेल में बंद पूर्व समाज कल्याण…

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा
दिनांक — 8 सितंबर, 2020

यहां बहुचर्चित एससी, एसटी, ओबीसी दशमोत्तर कक्षाओं की छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में जेल में बंद पूर्व समाज कल्याण की मौत हो गई है। मृतक के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर आपराधिक षड्यंत्र कर गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी की गई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक गबन के मामले में फंसे उत्तर प्रदेश के लखनऊ के विकासनगर, अलीगंज, सेक्टर—3 निवासी सेवानिवृत्त जिला समाज कल्याण अधिकारी हापुड़ राजेश कुमार सक्सेना पुत्र प्रेम नारायण सक्सेना यहां जेल में बंद चल रहे थे। उनके खिलाफ पूर्व में रानीखेत कोतवाली में धारा 120 बी, 409, 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। उन पर गबन का भी आरोप था।​ बताया जाता है कि कुछ दिनों से उसकी तबियत खराब चल रही थी। दो दिन पूर्व ही तबियत बिगड़ने पर उनका यहां जिला अस्पताल में चेकअप कराया था और उपचार देकर भेज दिया गया था। इधर मंगलवार तड़के राजेश कुमार सक्सेना को अचानक लो ब्लड प्रेसर की तकलीफ हुई। ​तबियत गड़बड़ाने पर आनन—फानन में सुबह करीब 6 बजे उसे यहां जिला अस्पताल लाया गया। मगर अस्पताल पहुंचते ही डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उनकी गत जुलाई माह में गिरफ्तारी हुई थी, उसके बाद न्यायालय के आदेश में जेल भेज दिया गया था। इस मामले में इसी साल जनवरी माह में उपनिबंधक मौनार्ड यूनिवर्सिटी हापुड़ और अन्य अज्ञात बिचौलियों के खिलाफ जिला समाज कल्याण कार्यालय अल्मोड़ा ने मुकदमा दर्ज किया था। इधर जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. आरसी पंत ने बताया कि जेल से इन्हें सुबह 5.30 बजे लाया गया था। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद अब पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी। जिसके बाद ही कुछ कह पाना संभव हो पायेगा।

10 जनवरी को रानीखेत कोतवाली में दर्ज हुआ था मुकदमा
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीती 10 जनवरी 2010 को कोतवाली रानीखेत में मोनार्ड यूनिवर्सिटी हापुड़ (उत्तर प्रदेश) व कुछ अन्य लोगों के खिलाफ जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय ने प्राप्त छात्रवृत्ति की 14.23 लाख रुपये कूटरचित दस्तावेज तैयार कर आपराधिक षड्यंत्र कर गबन के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में की गंभीरता देखते हुए तत्काल पुलिस टीम गठित की गई और इसकी विवेचना उप निरीक्षक बसंती आर्या को सौंपी गई थी। बाद में दबिश के दौरान लखनऊ से पूर्व समाज कल्याण अधिकारी हापुड राजेश कुमार सक्सेना पुत्र प्रेम नारायण सक्सेना निवासी विकासनगर, सेक्टर-3 लखनऊ और आइओबी बैंक के सहायक महाप्रबंधक जैन अब्बास पुत्र कमर अब्बास निवासी फूलबाग कॉलोनी, थाना कुडंबा लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया गया था।

पुलिस पंचनामे की कार्रवाई में जुटी
इधर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली से पुलिस पंचनामा आदि की कार्रवाई के लिए रवाना हो गई है। हालांकि यह मामला जेल के आधीन है। इधर कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि पुलिस अग्रिम कार्रवाइ कर रही है। अभियुक्त पर छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज था।

सीएनई में गत 12 जुलाई को प्रकाशित समाचार….

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