HomeUttarakhandAlmoraअल्मोड़ा: शहर में गंदगी, स्ट्रीट लाइट व सीवर लाइन की समस्याएं प्रमुख

अल्मोड़ा: शहर में गंदगी, स्ट्रीट लाइट व सीवर लाइन की समस्याएं प्रमुख

✍️ बंदरों के आतंक से भी लोग त्रस्त, बाजारों में साफ सुथरे शौचालयों की दरकार
✍️ एक माह नगर परिक्रमा के बाद ग्रीन हिल्स ट्रस्ट ने साझा किए अनुभव

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: नगर के मोहल्लों में तमाम समस्याओं से लोग त्रस्त हैं। इनमें गंदगी, कूड़ा निस्तारण, सीवर लाइन, बंदरों के आतंक व स्ट्रीट लाइट की समस्याएं प्रमुखता से सामने आईं। यह बात ग्रीन हिल्स ट्रस्ट ने माहभर चले स्वच्छता संकल्प यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए कही है। एक माह नगर की परिक्रमा करने के ​बाद आज ग्रीन हिल्स ट्रस्ट की टीम ने ट्रस्ट की सचिव डा. वसुधा पंत के नेतृत्व में प्रेसवार्ता की।

यहां होटल ‘शिखर’ में आयोजित पत्रकार वार्ता में ट्रस्ट की सचिव डा. वसुधा पंत ने बताया कि 18 नवम्बर, 2024 को अल्मोड़ा नगर में मुरली मनहोर वार्ड से स्वच्छता संकल्प यात्रा का आगाज हुआ था और मोहल्ले—मोहल्ले घूमते हुए इस यात्रा को गत 17 दिसंबर, 2024 को एक माह पूरा हो गया। उन्होंने बताया कि यात्रा का उद्देश्य वार्ड बार लोगों की समस्याओं को जानना और उनके निराकरण के लिए सुझाव प्राप्त करना था, ताकि आने वाले समय में गठित होने वाले नगर निगम बोर्ड के समक्ष इन समस्याओं और सुझावों को रखा जा सके। इसके ​साथ ही लोगों को शहर में स्वच्छता के प्रति उनके कर्तव्यों को समझाया गया और अल्मोड़ा की स्वच्छ छवि बनाने में योगदान देने की अपील की गई। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से सभी वार्डों में घर—घर जाकर संपर्क किया। इस दौरान गंदगी, कूड़ा निस्तारण, आवारा पशु व बंदरों के आतंक की समस्याएं प्रमुखता से सामने आईं। इसके अलावा युवाओं में नशाखोरी की समस्या भी सुनने को मिली।

डा. वसुधा पंत ने बताया कि पातालदेवी, एनटीडी, गणेशी गैर एवं राजपुरा-भ्यारखोला की सघन वाल्मीकि बस्तियां एक तरफ सीवर लाइन की कमी से जूझ रहीं हैं, तो दूसरी तरफ उनके घरों का नियमितीकरण नहीं हो सका है। बाजार क्षेत्र में साफ—सुथरे सार्वजनिक शौचालयों की दरकार होना भी इस बीच सामने आया। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान 4 हजार लोगों से संपर्क किया गया। उन्होंने यात्रा टीम को सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार भी जताया। बताया कि इस यात्रा में मंजू पन्त, कैप्टन जीवन वर्मा, डा. जेसी दुर्गापाल, ज्योति पन्त, माया जोशी, भूषण पांडे, कविता आर्या, लता पालीवाल, प्रीति साह, दीपांशु त्रिपाठी, रोहित पांडे, भूपेंद्र वल्दिया, एडवोकेट विनायक पंत, संजय अधिकारी, रोहित पंत, हिमांक तिवारी, विमल चौहान, सागर टम्टा, विजय भट्ट, साहिल अहमद, कमलेश परगाई, देवेश पांडेय, कृष्णा कुमार, रोहित पाण्डे, राकेश आर्य का सक्रीय योगदान रहा।

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