सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कांडा तहसील के विजयपुर के पास बिजली की मेन लाइन में चीड़ के पेड़ की एक टहनी टूटकर गिर गई। इस कारण क्षेत्र तथा दुग-नाकुरी तहसील के 40 से अधिक गांवों की बिजली गुल हो गई। लोगों ने बगैर बिजली के ही रात गुजारी। दूसरे दिन सुबह 12 घंटे बाद आठ बजे बिजली आपूर्ति बहाल हुई। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। बुधवार को एक बार फिर बिजली गुल हो गई। इस कारण लघु कुटीर उद्योग प्रभावित रहे।
बुधवार की देर शाम क्षेत्र में तेज हवा चली। इसी दौरान करीब आठ बजे चीड़ के पेड़ की एक बड़ी टहनी टूटकर विजयपुर के पास बिजली के मेन लाइन में गिर गया। इसके बाद एक झटके में 40 से अधिक गांव की बिजली गुल हो गई। रातभर बिजली नहीं आने से लोग सहमे रहे। जंगल से लगे गांव के लोगों का कहना है कि गांव में जंगली जानवरों का पहले से खतरा बना हुआ है। बिजली नहीं होने से खतरा और बढ़ गया। जाखनी, मजगांव, झाकरा, सेरी, पठक्युड़ा, महोली, पचार, किड़ई, जारती, रीमा, दियाली कुरौली, वड्यूड़ा समेत 40 से अधिक गांव के लोग परेशान रहे। बुधवार की सुबह 12 घंटे बाद आपूर्ति बहाल हुई। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
बुधवार को 12 बजे बाद फिर से बिजली गुल हो गई। तीन घंटे फिर लोग परेशान रहे। इस दौरान गेहूं पिसाई, धान कुटाई मशीन शोपीस बनी रही। इन दिनों लोग छाछ आदि भी बिजली संचालित मशीन से बनाते हैं। वे लोग भी परेशान रहे। मोबाइल फोन शोपीस बने रहे। लोगों ने ऊर्जा निगम के प्रति नराजगी जताई है। इधर ऊर्जा निगम के एसडीओ सुरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि वियजपुर के पास बिजली की लाइन में चीड़ की एक बड़ी टहनी गिर गई थी। इस कारण बिजली गुल रही। अब लाइन ठीक कर दी है।