मनोज राय
टनकपुर। आने वाली 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे है। सनातनी परंपरा के अनुसार नवरात्रों के दौरान माँ के शक्तिपीठो के दर्शन की परंपरा बनी हुई है। माँ पूर्णागिरि धाम भी इक्यावन शक्तिपीठों में से एक महत्वपूर्ण धाम है। जिला प्रशासन को अंदेशा है कि महामारी पर आस्था भारी पड़ेगी, औऱ तमाम भक्त माँ के दरबार मे शीश झुकाने आयेंगे।
इसी को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी एस एन पांडे ने तमाम अधिकारियों व मंदिर समिति के साथ मिलकर एक बैठक का आयोजन बनबसा के कैनाल गेस्ट हाउस में किया।
जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक के बाद डीएम एसएन पांडेय ने बताया कि शारदीय नवरात्र में भक्तजन मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे। लेकिन सभी भक्तों को कोविड 19 के नियमों का पालन करना आवश्यक होगा। मंदिर समिति औऱ प्रशासन की बैठक में निर्णय लिया गया कि शक्तिपीठ में आने वाले भक्तों को सीमित संख्या में माता श्री पूर्णागिरि के मंदिर भेजा जाएगा। लेकिन इससे पहले उन्हें एंटीजन टेस्ट भी कराना अनिवार्य होगा।
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जिलाधिकारी ने कहा कि बैठक में तय किया गया कि शारदीय नवरात्र में श्रद्धालु मां पूर्णागिरि के दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को कोविड—19 के सभी नियमों का पालन करना होगा। प्रशासन के साथ ही मंदिर समिति इसका विशेष ध्यान रखेगी। तय हुआ कि जगबूढ़ा पुल और ठूलीगाड़ में श्रद्धालुओं का कोरोना एंटीजन टेस्ट होगा। तीर्थ यात्रियों को उत्तराखंड के स्मार्ट सिटी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। श्रद्धालुओ को क्रमवार सीमित संख्या में माँ के दरबार मे भेजा जाएगा। ककराली गेट, बूम, ठूलीगाड़ व भैरव मंदिर से टुकड़ियों में तीर्थयात्रियों की निकासी होगी। पुजारियों, दुकानदारों को भी मास्क पहनने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग आदि नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। पूरे इलाके में पुलिस की चाक चौबंद नजर रहेगी। बैठक में पुलिस कप्तान लोकेश्वर सिंह, सीएमओ डॉ.आरपी खंडूरी, एडीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, एसडीएम हिमांशु कफल्टिया, सीओ बिपिन चंद्र पंत, तहसीलदार खुशबू पांडेय, मंदिर समिति के भुवन पांडेय, चिकित्सा अधीक्षक एचएस ह्यांकी, एई लोनिवि एपीएस विष्ट, प्रभारी ईओ डॉ डीके शर्मा, टनकपुर एसओ जसवीर सिंह चौहान, बनबसा बैराज चौकी इंचार्ज गोविन्द विष्ट आदि मौजूद रहे।