निर्मम हत्याकांड, पूरी ख़बर : — हैवान बन गया था पति, पहले वृद्धा मां को मारने की करी कोशिश, फिर पत्नी को काट डाला, वृद्धा ने 5 किमी दूर दौड़ कर बचाई जान, हत्यारा गिरफ्तार

अल्मोड़ा जनपद के द्वाराहाट विकासखंड अंतर्गत बिंता घाटी के ढाईगढ़ा तोक में खत्ते में रह रहे दयाकृष्ण जोशी ने बीती रात 10 बजे एक ऐसे…

अल्मोड़ा जनपद के द्वाराहाट विकासखंड अंतर्गत बिंता घाटी के ढाईगढ़ा तोक में खत्ते में रह रहे दयाकृष्ण जोशी ने बीती रात 10 बजे एक ऐसे घटनाक्रम को अंजाम दे दिया, जिसका अंदेशा किसी को नही था। अपनी ही पत्नी को कुल्हाड़ी से काटने वाला यह हत्यारा अब राजस्प पुलिस की गिरफ्त में है।
उल्लेखनीय है कि बिंता घाटी में ढाईगढ़ा तोक अंतर्गत जंगल में दयाकृष्ण जोशी का परिवार खत्ते में रहता है। वह पशुपालन आदि का वहां कार्य करते हैं। दयाकृष्ण के साथ उसकी पत्नी बीना जोशी, वृद्धा मां तथा तीन बच्चे भारती जोशी 12 वर्ष, तन्नू जोशी 9 वर्ष तथा प्रशांत 7 वर्ष रहा करते थे। बताया जा रहा है कि बीती रात करीब 10 बजे दयाकृष्ण जोशी का अपने पत्नी व मां से किसी बात को लेकर विवाद हो गया और वह अपना आपा खो बैठा। इसके बाद उसने कुल्हाड़ी अपनी मां को मारने को उठा ली। उसकी वृद्धा मां परिस्थिति को भांप गई और अपनी जान बचा जंगल के रास्ते पांच किमी दूर गांव में पहुंच गयी। वहीं मां के जान बचा भाग जाने के बाद आग बबूला हुए दयाकृष्ण ने अपनी पत्नी बीना पर तबातोड़ कुल्हाड़ी से प्रहार कर उसे काट डाला। इस बीच मां की सूचना पर तमाम ग्रामीण राजस्व पुलिस को लेकर घटनास्थल पर पहुंच गये। जहां भागने की जुगत में लगे दयाकृष्ण को तत्काल दबोच लिया गया। इधर मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए रानीखेत भेज दिया गया है। इस घटना के बाद से मृतका के तीन नाबालिग बच्चे बेसहारा हो गये हैं। जहां उनकी मां की हत्या कर दी गई है, वहीं पिता अब जेल में दिन बितायेगा। उनकी देखभाल अब उनकी वृद्धा दादी पर आ गई है। बताया जा रहा है कि यह तीनों बच्चे बग्वालीपोखर के एक निजि स्कूल में पढ़ते हैं। इस बीच लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के ​कारण अपने माता—पिता के साथ खत्ते में आ गये थे। इधर एसडीएम द्वाराहाट आरके पांडे ने बताया कि अभियुक्त ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई है। मौके पर पटवारी चंद्रशेखर पांडे, तहसीलदार लीना चंद्रा धामी व अन्य राजस्व कर्मी पहुंचे हुए हैं।

एक मिस कॉल को लेकर हुआ सारा विवाद, किये पर शर्मिंदा है हत्यारा पति
खास खुलासा यह हुआ है कि यह सारा विवाद एक मिस कॉल को लेकर हुआ था। हत्यारा दयाकृष्ण जोशी उदेपुर मंदिर में पुजारी के पद पर था। हत्यारे को अपने किये पर अब बहुत पश्चाताप है। उसने बताया कि उसकी पत्नी को एक मिस काल बार—बार आई। जिस विषय में जब उसने जानना चाह तो उसकी पत्नी ने इस बावत उसे कोई संतोषजनक उत्तर नही दिया। जिस कारण इतनी बड़ी वारदात उसके हाथों हो गई। रात दयाकिशन ने अपनी माता और अपनी बड़ी लड़की को कमरे में बन्द कर पत्नी के साथ मारपीट की। जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो लड़की और उसकी वृद्धा मांदरवाजे का कुण्डी तोड़ कर बाहर कमरे में आए और अपने पिता कि आंखों में मिर्च पाउडर डालकर मां को बचाने का प्रयास किया। मगर तब तक देर हो चुकी थी बीना जोशी दयाकिशन की पत्नी के प्राण पखेरू उड़ चुके थे।

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