सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
बिचला दानपुर मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। संचार, स्वास्थ्य, उपतहसील शामा, एटीएम आदि की सुविधा से क्षेत्र के लोग महरूम हैं। जिससे ग्रामीणों में गुस्सा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से समस्याओं का समाधान कराने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
ग्रामीणों ने कहा कि बिचला दानपुर के सभी गांव अभी तक इंटरनेट सुविधा से वंचित हैं। नेटवर्क नहीं होने से बच्चों की आनलाइन पढ़ाई, व्यापार, पर्यटन, 108 सेवा आदि प्रभावित हो रही है। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की भारी कमी है। उपकरण भी नहीं हैं। जिस कारण लोग इलाज के लिए बागेश्वर, हल्द्वानी आदि अस्पतालों पर निर्भर हैं। जिसके कारण पांच सालों में गांव के 80 से अधिक मरीजों ने रास्ते में दम तोड़ दिया है। शामा उप तहसील की मंजूरी पिछली सरकार में मिली, लेकिन अभी तक सुचारू नहीं है। लोगों को स्थाई प्रमाण पत्र बनाने के लिए कपकोट जाना पड़ता है। क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति विकट है। जिसके कारण कपकोट आने-जाने में उनका पूरा दिन लग जाता है। बैंक है लेकिन वहां अक्सर कैश की कमी रहती है। एटीएम की सुविधा अभी तक नहीं मिल सकी है। इस दौरान इस दौरान भूपेंद्र सिंह कोरंगा समेत ग्रामीण मौजूद थे।