डीएम से मिले और सौंपा अपनी मांगों का ज्ञापन
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राजकीय ठेकेदार जिलाधिकारी से मिले। प्रशासन के माध्मय से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इसमें दस जुलाई तक का समय दिया गया है। यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वह आपदा में लगी मशीनों को बंद कर देंगे। साथ ही विभागीय निविदाओं का बहिष्कार करेंगे। इसके बाद निर्माण संस्थाओं में तालाबंदी भी करेंगे।
मालूम हो कि जिले के राजकीय ठेकेदार तीन दिन से आंदोलित हैं। पहले दिन उन्होंने बैठक कर तालबांदी की चेतावनी दी। दूसरे दिन लोनिवि कार्यालय में तालाबंदी की। गुरुवार को नाराज ठकेदार जिलाधिकारी रीना जोशी से मिले। उन्हें अपनी समस्याओं का एक ज्ञापन सौंपा। ठेकेदारों का कहना है कि उनके देयकों से पांच गुना रॉयल्टी वसूले जाने, खनिज न्यास के तहत ठेकेदारों के देयकों से काटी जा रही 25 प्रतिशत अतिरिक्त रॉयल्टी समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलित हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को सुनने को तैयार नहीं है। अब ठेकेदारों ने दस जुलाई तक का समय सरकार को दिया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तय समय में उनकी मांग नहीं मानी गई, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। तय किया कि जल स्तर पर आपदा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों को ठप कर मशीनों को बंद कर देंगे। सभी निर्माण संस्थाओं में तालाबंदी करेंगे। विकास कार्य प्रभावित होने की जिम्मेदारी शाासन और प्रशासन की होगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष हीराबल्लभ भट्ट, महामंत्री संजय नेगी, प्रमोद मेहता, मोहन भट्ट, पप्पू राणा, लाल सिंह दीवान, नवीन परिहार, आरडी जोशी, सोनू खेताल, भुवन लोहनी, दिनेश गड़िया, आदि मौजूद रहे।