सीएनई रिपोर्टर, देहरादून/ नैनीताल
उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर बड़ा मोड़ आ गया है। जहां हरक सिंह रावत ने कांग्रेस में शामिल होने की बात कह दी है, वहीं कांग्रेस की कद्दावर नेता व पूर्व विधायक सरिता आर्य के भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। उन्हें देहरादून स्थित भाजपा कार्यालय में पार्टी की में शामिल किया गया।
सुबह से ही कयास लगाये जा रहे थे कि, उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक सरिता आर्य की भाजपा में शामिल होने की घोषणा किसी वक्त भी हो सकती है। बताया जा रहा है कि सरिता आर्य का यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में आने से गणित गड़बड़ा गया है। वे नैनीताल सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं, लेकिन अब उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलने की उम्मीद नहीं रही। जिस कारण वह भाजपा में शामिल होने का मन बना चुकी हैं। ज्ञात रहे कि विगत दिनों उन्होंने भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से भी मुलाकात की थी। वैसे भी सरिता आर्य यह साफ कह चुकी हैं कि अगर उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिलता है तो वे भाजपा में शामिल हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि सरिता आर्य ने विगत चुनाव नैनीताल सुरक्षित सीट से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था, लेकिन इस बार उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है। यशपाल आर्य के कांग्रेस में वापसी के बाद उनके बेटे संजीव आर्य को नैनीताल सीट से टिकट फाइनल माना जा रहा है। जिसका कारण यह हे कि वह सिटिंग विधायक हैं। सरिता आर्य कुमाऊं मंडल में नैनीताल सुरक्षित सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक का चुनाव जीती थीं, लेकिन 2017 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्तमान में सरिता आर्य महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं। निश्चित रूप से उनका जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।