सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
नगर क्षेत्र अंतर्गत लंबे समय से खस्ताहाल रानीधारा सड़क मार्ग का पुरसाहाल कोई नही है। नागरिकों द्वारा लगातार समस्याओं से अवगत कराये जाने के बावजूद सड़क की बदहाल दशा को सुधारने के लिए डामरीकरण का कार्य आज तक शुरू नही हो पाया है।
जिला बार एसोसिएशन अल्मोड़ा के पूर्व उपसचिव एडवोकेट कवीन्द्र पन्त ने कहा कि सांई बाबा कालोनी (एडम्स स्कूल) से धार की तूनी को जोड़ने वाली लगभग डेढ़ किमी लंबी यह सड़क जर्जर हालत में है। वर्तमान में इस सड़क की हालत ऐसी है कि जहां इसमें वाहन चालकों को तमाम मुश्किल का सामना करना पड़ता है, वहीं यह सड़क पैदल चलने लायक भी नही रह गई है।
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एडवोकेट पंत ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2015-16 में इस सड़क में डामरीकरण हुआ था। जिसके बाद इस सड़क को कभी दूरसंचार कंपनियों द्वारा तो कभी पेयजल लाइन बिछाने के लिए खोदा गया और ऐसे ही छोड़ दिया गया। जिसके बाद फिर इस सड़क का सुधारीकरण व रखरखाव नहीं किया गया। अभी कुछ महीने पहले इस सड़क के किनारे पर सिमेंट की पट्टी गड्ढे पाटने के लिए की गई, लेकिन एक बारिश में वह सिमेंट की पट्टी भी उखड़ गई।
उन्होंने बताया कि इस सड़क के दोनों तरफ ऊपर नीचे अलग-अलग वार्ड पड़ते हैं। सड़क से ऊपर की ओर एनटीडी वार्ड व नीचे की तरफ लक्ष्मेश्वर वार्ड है। एक किस्म से यह सड़क दो वार्ड की विभाजक रेखा है और साईं बाबा कालोनी, रानीधारा, पनिउडियार, धार की तूनी आदि अनेक मोहल्ले इस सड़क के किनारे पर स्थित हैं। जिनमें रहने वाले लोगों को इस तरह से तमाम मुश्किल का सामना सड़क के खराब होने से करना पड़ रहा है। जिससे लोगों में रोष व्याप्त है।
लंबे समय से लोग इसे ठीक करने की मांग प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से करते रहे हैं। इधर प्रभावित नागरिकों का कहना है कि सड़क बनने के बाद इसमें खुदाई कार्य करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। पन्त ने कहा कि वह अपने स्तर पर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से इसकेे सुधारीकरण व डामरीकरण के लिए अनुरोध कर चुके हैं। मीडिया में भी इस विषय मेंं अनेकों बार आ चुका है, लेकिन अभी तक भी कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने अविलंब इस सड़क में डामरीकरण करने की मांग की है।