—उत्तराखंड लोकवाहिनी की बैठक में हुआ मंथन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
उत्तराखण्ड़ लोकवाहिनी की आज यहां हुई बैठक में देश में सांप्रदायिक माहौल खराब होने समेत महंगाई व बेरोजगारी के चरम पर पहुंचने पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। सामाजिक व राजनैतिक स्तर में आई शिथिलता पर मंथन व भावी रणनीति तय करने के लिए बुद्धिजीवियों की बैठक आहूत करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में वाहिनी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट जगत रौतेला ने कहा कि इन दिनों जनता पर महंगाई की मार तले दबी है और युवा बेरोजगारी का जबर्दस्त दंश झेल रहे हैं। ऐसे में सरकार का दायित्व है कि वह जनता को इन समस्याओं से उबारे, लेकिन सरकार इस दायित्व को नहीं निभा पा रही है। उन्होंने कहा कि आज सरकार ने कम खर्च में काम कराने की नीयत से देश में संविदा व ठेकेदारी प्रथा से काम चला रही है, इससे बेरोजगारों का अहित हो रहा है। इसके अलावा महंगाई के कारण बाजारों की हालात अत्यधिक खराब हो गई है।
बैठक का संचालन करते हुए पूरन चन्द्र तिवारी ने कहा कि अल्मोड़ा में जिला व तहसील के सभी कार्यालय शहर से दूर स्थानान्तरित कर दिए हैं और अब कार्यवश इतनी दूर आने—जाने में नागरिकों को असुविधाओं के साथ धन व समय दोनों व्यय करना पड़ रहा है। साथ ही नगर के व्यापार पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। वाहिनी नेता अजयमित्र ने कहा की पर्यटन और आमजन के लिए खैरना—अल्मोड़ा मोटरमार्ग को जल्द से जल्द दुरुस्त करने की मांग उठाई।
बैठक में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रो. स्वप्निल श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान में अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक सामप्रदायिकता ने जनता की मूलभूत समस्याओं को नेपथ्य में धकेल दिया है। तय हुआ कि जल्द ही मौजूदा राजनैतिक व सामाजिक शिथिलता को दूर करने के लिये प्रदेश स्तरीय बुद्धिजीवियों की बैठक आहूत की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता रेवती बिष्ट व संचालन पूरन चन्द्र तिवारी ने किया। बैठक में स्वराज विद्यामन्दिर से जगमोहन नेगी समेत कुणाल तिवारी, अजयसिंह मेहता, दयाकृष्ण कांडपाल आदि ने भी विचार रखे।