Almora News : बजेला के इन नन्हे—मुन्नों ने क्या खूब मनाया फूलदेई ! रंग—बिरंगी टोकरियों और मनमोहक प्रस्तुतियों ने किया अभिभूत
राप्रावि बजेला के बच्चों ने दिया रचनात्मकता का परिचय, आकर्षण का केंद्र रही दीवार पत्रिका

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
बजेला ग्राम सभा में बाल लोक पर्व फूलदेई हर्षोल्लास से मनाया गया। बच्चों ने जहां मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी, वहीं अपनी—अपनी
टोकरियों में विभिन्न प्रकार के फूलों को सजा रचनात्मकता का परिचय दिया।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के लोक पर्वों को पुनर्परिभाषित करते हुए उन्हें नया संदर्भ देने की विकासखंड धौलादेवी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की परिपाटी रही है है। जिसके अंतर्गत प्रकृति और संस्कृति के पर्व हरेला, अन्न-धन के पर्व घी-संग्रांद और बाल-रचनात्मकता को फूलदेई के साथ विकसित करने का सफल प्रयोग बच्चों के साथ लंबे समय से किया जा रहा है। सहायक अध्यापक भास्कर जोशी ने बताया कि इस वर्ष कोरोना के कारण फूलदेई का कार्यक्रम समुदाय के साथ मिलकर किया। बच्चो ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। तदुपरांत माता अभिभावकों ने फूलदेई पर आधारित दीवार पत्रिका का प्रकाशन किया। प्रकृति संरक्षण और प्रकृति की उपयोगिता बताता यह बाल पर्व अनूठा है, जहाँ बड़े बच्चो से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा में यह मौका बाल रचनात्मकता को बढ़ाने का है। इसी उद्देश्य से बच्चों ने जैविक पदार्थ जैसे पुराने अखबार कागज गत्ते से बहुत सुंदर फूलों की टोकरियां बनाई और उन्हें सजाया। सभी बच्चो ने अपनी अपनी टोकरियों में विभिन्न प्रकार के फूल जैसे बुराँश, प्योली, आड़ू, मेहल, बासिंग इत्यादि से सजाई, क्योकि यह बाल पर्व समुदय के साथ मिलकर आयोजित किया था। इसीलिए अभिभावकों ने भी प्रकृति संरक्षण का वचन दिया। साथ ही बच्चो द्वारा फूलदेई पर बनाई दीवार पत्रिका का अवलोकन किया।