सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
लोक संस्कृति मानव समाज का दर्पण है। लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए समाज को आगे आना होगा। इंद्रमणि बडोनी ने उत्तराखण्ड की लोकसंस्कृति को आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह बात बतौर मुख्य अतिथि कुलदीप सिंह अल्मिया ने कही। श्री अल्मिया अल्मोड़ा जिले के राजकीय इंटर कालेज नाई में आयोजित लोक संस्कृति दिवस पर बोल रहे थे। इस मौके पर विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिये लोक संस्कृति को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत उत्तराखण्ड के गांधी के रूप में मशहूर इंद्रमणि बड़ौनी के चित्र पर मुख्य अतिथि द्वारा माल्यार्पण के साथ की। तत्पश्चात विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने लोकभाषा कुमाउनी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इसके अलावा छात्र-छात्राओं ने बेड़ू पाको, पायलिया, ता छुमा ता छुमा, पहाड़ों की बाना, राणिखेत रामढोला, ईजा ब्वारि ल्यौ आदि लोकगीतों में मोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। साथ ही इंद्रमणि बडोनी नाटक, कोरोना जागरूकता पर केंद्रित भूकंप प्रहसन, कुमाउंनी कवि सम्मेलन, खोल दे माता और मासी को फूल झोड़ा-चांचरी आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अलावा ऐपण प्रतियोगिता भी कराई गई।
छात्र—छात्राएं हुई सम्मानित
मुख्य अतिथि कुलदीप सिंह अल्मिया व प्रधानाचार्य अनिल कुमार कठेरिया ने छात्र छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किये। मुख्य अतिथि के सौजन्य से कार्यक्रम में 10वीं की परीक्षा में विद्यालय में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने पर वाली हिमानी अल्मिया व भरत कुमार और 12वीं की परीक्षा में विद्यालय में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाली महिमा भंडारी और नेहा आर्या को रणजीत सिंह अल्मिया मेधावी विद्यार्थी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हिंदी प्रवक्ता डा. पवनेश ठकुराठी के सौजन्य से 12वीं की परीक्षा में हिंदी विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली महिमा को मोहन सिंह-कमला देवी स्मृति राष्ट्रभाषा पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर रोशन कुमार को मोहन सिंह-कमला देवी स्मृति प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित किया गया जबकि अंग्रेजी प्रवक्ता सोनिया ने ऐपण प्रतियोगिता के विजेताओं को विशेष सम्मान से सम्मानित किया। विद्यालय की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम के सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान दिए गए।
कार्यक्रम में भूगोल प्रवक्ता रमेश सिंह रावत व कार्यक्रम संचालक अंकित जोशी ने छात्र-छात्राओं को इंद्रमणि बडोनी के जीवन चरित व उनके कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम का संयोजन सांस्कृतिक प्रभारी डा. पवनेश ठकुराठी ने किया।