चंपई सोरेन ने ली झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ, दो नेता बने मंत्री

रांची | झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार दोपहर बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री के पद…

चंपई सोरेन ने ली झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ, दो नेता बने मंत्री

रांची | झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार दोपहर बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राजभवन के दरबार हॉल में यहां आयोजित एक सादे समारोह में चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।

राज्यपाल ने इसके अलावा कांग्रेस के आलमगीर आलम को झारखंड के मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। साथ ही राज्यपाल ने राजद के सत्यानंद भोक्ता को भी झारखंड के मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सोरेन के अलावा केवल दो विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल झामुमो गठबंधन दल में शामिल हैं। दोनों दलों के एक-एक विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।

राजभवन में इस अवसर पर राज्यसभा सांसद महुआ मांझी, झारखंड के कांग्रेस प्रभारी गुलाब अहमद मीर, पूर्व सांसद सरफराज अहमद,राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह समेत राज्य सरकार के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री सोरेन ने शपथ लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह राज्य के मूलवासी और आदिवासी के कल्याण के लिए कार्य करते रहेंगे।

सोरेन राज्य के 12वें मुख्यमंत्री बने हैं। राज्य में रघुवर दास को छोड़कर कोई मुख्यमंत्री अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया। वैसे अलग-अलग अवधियों को जोड़कर सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड अर्जुन मुंडा के नाम दर्ज है।

उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने कल देर रात झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को को मनोनीत मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करते हुए शपथ ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया था। हेमंत सोरेन के जेल जाने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और इसी के कारण चंपई सोरेन को झामुमो गठबंधन विधायक दल का नया नेता चुना गया।

हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद बदले समीकरण

झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल से जल्द से जल्द सरकार बनाने के उनके दावे को स्वीकार करने का आग्रह किया था, क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति बनी हुई थी। यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था।

बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है। इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था कि हम एकजुट हैं। हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई तोड़ नहीं सकता।

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