अधेड़ ने अस्पताल में तोड़ा दम, अपनों ने मोड़ा मुंह, सेवा समिति ने किया अंतिम संस्कार
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सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
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कहते हैं बुरे हालात में अपना साया भी साथ छोड़ देता है लेकिन, ऐसे ही वक़्त में अपनों की पहचान भी हुआ करती है। यहां बेस अस्पताल में भर्ती एक अत्यंत निर्धन अधेड़ व्यक्ति का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
ऐसे वक्त में उनके तमाम नाते—रिश्तेदारों ने उनके अंतिम संस्कार के लिए कोई मदद तक नहीं दी। पिता के शव के साथ सिर्फ उनका बेटा था, लेकिन उसके पास अंतिम क्रिया करने के लिए धनराशि नहीं थी। अतएव हिंदू सेवा समिति मदद को आगे आई और पूर्ण हिंदू रीति—रिवाजों के साथ शव का अंतिम संस्कार संपन्न कर दिया गया।
दरअसल, आज रविवार को हिंदू सेवा समिति के सदस्यों द्वारा एक निर्धन असहाय व्यक्ति बागेश्वर के थराली गांव निवासी यशपाल कुमार का अंतिम संस्कार पूरे हिन्दू रीति रिवाज से किया गया, वह 42 वर्ष के थे। यशपाल यहां बेस अस्पताल में 20 दिन से भर्ती थे। उनके साथ उनका 15 वर्षीय पुत्र राहुल भी था। राहुल के पास उनके अंतिम संस्कार के लिए रुपए नहीं थे। थराली गांव के राहुल का कहना था कि उनके संबंधितयों ने आने से और कोई भी मदद करने से मना कर दिया है। उसके पास अपने पिता का अंतिम संस्कार संपन्न कराने के लिए कुछ भी नहीं है। वह स्वयं मजदूरी करके अपना गुजर—बसर करता है। जो कुछ भी उसके पास था, सब पिता के उपचार में खत्म हो गया।
इस कठिन परिस्थिति में एक बार फिर हिंदू सेवा समिति आगे आई और मृतक के पुत्र से मुलाकात की। जिसके बाद समिति की ओर से मृतक यशपाल कुमार का अंतिम संस्कार यहां विश्वनाथ घाट में हिंदू रीति—रिवाज के साथ कर दिया गया। अंतिम संस्कार के मौके पर हिंदू सेवा समिति के यशवंत पवार, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, चंदन बहुगुणा, पवन साह, प्रेम सिंह, राहुल सिंह, हरीश बिष्ट, दीपक नायक, कृष्ण बहादुर, बेस चौकी से वीरेंद्र सिंह, आशीष कुमार, चंदर सिंह आदि उपस्थित थे।