Bear Destroys House: सीएनई रिपोर्टर। यहां भालुओं ने घरों के दरवाजे तोड़ डाले। जिसके बाद घर के भीतर दाखिल होकर इन्होंने काफी नुकसान भी पहुंचाया है। इनके इस व्यवहार से परेशान नागरिकों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
यह मामला बदरीनाथ धाम का है। जहां ठंड के कारण अधिकांश लोग फिलहाल निचले स्थानों को माइग्रेट कर चुके हैं। खाली घर व धर्मशालाओं में भालुओं ने जमकर उत्पात मचाया है। भवन व धर्मशाला स्वामियों को काफी नुकसान भी पहुंचा है।
दरअसल, शीतकाल में धाम के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। यहां इतनी बर्फवारी होती है कि ठंड के सीजन में लोग अपने घरों को छोड़ निचले स्थानों पर आ जाते हैं। बताया जा रहा है कि इस बार तो शीतकाल में भालुओं ने इतना उत्पात मचाया, जितना पहले नहीं किया गया।
फरवरी माह में भालू बर्फ के बीच खाने की ढूंढ-खोज में लग गये। इस बीच उन्हें शायद मालूम हो गया कि लोग घरों में नहीं हैं। जिसका लाभ उठा भालुओं ने कई धर्मशालाओं व घरों के दरवाजे खिड़की तोड़ डाले हैं। प्रभावितों ने जिला प्रशासन से मामले की शिकायत की है।
लोगों का कहना है कि फरवरी में बदरीनाथ धाम में सुरक्षा पर तैनात आइटीबीपी व मंदिर समिति के कर्मचारियों के अलावा आश्रमों में तपस्या कर रहे कुछ साधु संत ही मौजूद रह गये थे। इसी दौरान भालुओं ने जमकर उत्पात मचाया। यहां भालुओं की समस्या लंबे समय से है, लेकिन यह पहली बार है कि जब इनका इतना आतंक देखने को मिल रहा है।
इधर भालुओं द्वारा घर के भीतर दाखिल हो सामानों को भी नुकसान पहुंचायाये जाने की सूचना है। धाम के तपस्वी बर्फानी बाबा ने इसकी सूचना मकान मालिकों को दी। बताया गया है कि बदरीनाथ धाम के अलावा माणा, नीती घाटी के गांवों में भालुओं ने काफी आतंक मचाया है। यह जब-तब घरों के अंदर घुस आया करते हैं। भोजन सामग्री तो चट कर ही जाते हैं, नुकसान भी काफी पहुंचा दिया करते हैं।
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