बागेश्वर : बैजनाथ में दो दिवसीय किताब कौतिक महोत्सव का शुभारम्भ

किताब कौतिक महोत्सव में 50 से अधिक लेखकों की किताबों का प्रदर्शन बागेश्वर | बैजनाथ में दो दिवसीय किताब कौतिक महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। जिला…

बागेश्वर : बैजनाथ में दो दिवसीय किताब कौतिक महोत्सव का शुभारम्भ

किताब कौतिक महोत्सव में 50 से अधिक लेखकों की किताबों का प्रदर्शन

बागेश्वर | बैजनाथ में दो दिवसीय किताब कौतिक महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। जिला पंचायत अध्यक्षत बसंती देव, कपकोट विधायक सुरेश गढिया, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किताब महोत्सव व दीप प्रजवलित कर सांस्कृतिक मंच कार्यक्रमों का शुभारम्भ किया।

किताब कौतिक में विभिन्न भाषाओं के 50 से अधिक लेखकों की किताबों का प्रदर्शन एवं बिक्री हेतु रखी गयी है। कुमाऊंनी लेखक मोहन जोशी द्वारा ऋंगवेद व गरूड़ पुराण का भावानुवाद पुस्तकों का मुख्य अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता पद्मश्री डॉ. शेखर पाठक ने कहा कि किताबे अगर ना होती तो मनुष्य का जीवन अधूरा रह जाता। किताबे ही हमे अपने अतीत से रुबरु कराती है। साथ ही जीवन के अंधकार को भी दूर कराती है। उन्होंने बागेश्वर के ऐतिहासिक पहलुओं की जानकारी देते हुए कहा कि बागेश्वर जिला कुमाऊं का सबसे सम्पन्न क्षेत्र है। यहां रोजगार का खजाना है। जरूरत है इसे संभालने की। उन्होंने कहा कि गरुड़ घाटी पुरातात्विक धरोहर है। यहां प्रागैतिहासिक काल के कई अवशेष मौजूद है। जिन्हें खोजने की जरूरत है। जानिये, कौन हैं बागेश्वर की DM Anuradha Paul

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा हमारे लिए हर्ष का विषय है कि पहली बार जनपद बागेश्वर के बैजनाथ में किताब कौतिक महोत्सव का आयोजन किया गया है, इससे अवश्य ही बच्चों व युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा ऐसे आयोजनों से बच्चों को शिक्षा में रूचि पैदा होगी व शिक्षित व संस्कारित बनेंगे। जिससे एक स्वस्थ्य-शिक्षित समाज का निर्माण होगा।

विशिष्ठ अतिथि कपकोट विधायक ने सभी का किताब कौतिक में स्वागत करते हुए किताब कौतिक महोत्सव आयोजन हेतु सरकार, जिला प्रशासन व आयोजन समिति का आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी। उन्होंने बच्चों व युवाओं से किताबों में रूचि लेकर बढ़ने व आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा सरकार शिक्षा के प्रति बेहद संवेदनशील है तथा सभी स्कूल, विद्यालयों व कालेजों में बेहतर शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रयासरत है।

जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा…

जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा पुस्तक मेला का मुख्य उद्देश्य बच्चों को किताबों के प्रति रूचि पैदा करना है। ऐसे पुस्तक मेलों में बच्चों को स्कूली विषयों से हटकर विभिन्न लेखकों, प्रशासकों की असंख्य पुस्तकों की विविधता मिलती है, जिससे बच्चे रूचि लेकर पढ़ सकते है। किताब कौतिक में स्टार गेजिंग, सार्इन्स, क्वीज, आर्ट, ऐपण आदि जैसी प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये

बच्चे व युवा सायं को स्टार गेजिंग (नक्सत्रों) को देखकर भी आनन्द उठा सकते है। महोत्सव विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों एवं लेखकों द्वारा भी व्याख्यान एवं परिचर्चायें महोत्सव में की जायेंगी। डायट द्वारा विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी लगायी गयी है उसकों युवा देखे और लाभ उठायें। इस अवसर पर विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।

किताब कौतिक में ललित पोखरिया, गोपाल दत्त भट्ट, गायक कलाकार प्रह्लाद मेहरा, कुमाऊंनी कवि एवं प्रसिद्ध उदघोषक हेमन्त बिष्ट, दीप्ति भट्ट, कल्याण मनकोटी, हिमांशु कफलटिया, चारू तिवारी, नमन तिवारी, ललित तिवारी, प्रसिद्ध फोटोग्राफर थ्रीष कपूर आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विख्यात लेखक कवि प्रतिभाग कर रहे है।

प्रमुख हेमा बिष्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष इन्द्र सिंह फस्वार्ण, जिला पंचायत सदस्य जनार्दन लोहनी, सुनीता आर्या, गोपाल किरमोलिया, सुंदर देव, घनश्याम जोशी, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उप जिलाधिकारी हरगिरी, तहसीलदार तीतिक्षा जोशी, कीर्ति आर्या, प्राचार्य डायट डॉ. एस.एस.धपोला, डॉ. के एस रावत, डॉ. राजीव जोशी, खण्ड शिक्षा अधिकारी कमलेश्वरी मेहता, खण्ड विकास अधिकारी केसी जोशी सहित किताब कौतिक कमेटी सदस्य हेम पंत, दयाल पाण्डे, हेम खोलिया, वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलडा, ललित तिवारी, कैलाश जोशी सहित अनेक साहित्य प्रेमी, स्कूली बच्चें जनता मौजूद थी। कार्यक्रम का संचालन आलोक पांडेय व हेमंत बिष्ट ने किया।

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