Big News : अल्मोड़ा वि.स. में टिकट को घमासान, भीतरघात का डर, अंदर की रिपोर्ट

52- विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा में विधानसभा प्रत्याशी के टिकट के लिए राष्ट्रीय पार्टियों के दावेदारों में मची होड़ भाजपा — रघुनाथ सिंह चौहान, कैलाश शर्मा,…

  • 52- विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा में विधानसभा प्रत्याशी के टिकट के लिए राष्ट्रीय पार्टियों के दावेदारों में मची होड़

भाजपा — रघुनाथ सिंह चौहान, कैलाश शर्मा, कुंदन लटवाल, गोविंद पिलख्वाल, ललित लटवाल

  • कांग्रेस — मनोज तिवारी, बिट्टू कर्नाटक, भूपेंद्र भोज ‘गुड्डू’, प्रकाश चंद्र जोशी
  • आम आदमी पार्टी — अमित जोशी, भुवन चंद्र जोशी, आशीष जोशी
  • निर्दलीय, जिनसे पार्टियां संपर्क कर सकती हैं — त्रिलोचन जोशी, विनय किरौला

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

अल्मोड़ा/Creative News Special

वर्ष 2022 में उत्तराखण्ड विधानसभा के पांचवें आम चुनाव होने जा रहे हैं। सम्भवतः फरवरी या मार्च के प्रथम पखवाड़े में राज्य के विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो जायेंगे। विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में 52 विधानसभा अल्मोड़ा की महत्वपूर्ण सीट पर भी वर्तमान दावेदारों की होड़ को देखते हुए रोचक मुकाबले के साथ-साथ पार्टियों के भीतर बड़े भीतरघात का अंदेशा भविष्य में प्रतीत होता नजर आ रहा है।

गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद पारंपरिक बारामण्डल सीट से अस्तित्व में आयी 52 विधानसभा अल्मोड़ा में प्रथम आम चुनाव वर्ष 2002 में भाजपा के नये प्रत्याशी कैलाश शर्मा ने कांग्रेस के नये प्रत्याशी मनोज तिवारी को डेढ़ हजार मतों से हराकर जीत हासिल की थी। वहीं दूसरे आम चुनाव वर्ष 2007 में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी ने भाजपा के प्रत्याशी कैलाश शर्मा को लगभग तीन हजार मतों से पराजित किया। वहीं तीसरे आम चुनाव वर्ष 2012 में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी ने भाजपा के प्रत्याशी रघुनाथ सिंह चौहान को लगभग 1200 मतों से पराजित किया था। वहीं चौथे आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रघुनाथ सिंह चौहान ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी को साढे़ पांच हजार के लगभग मतों से हराकर विजयी प्राप्त की और वर्तमान में रघुनाथ सिंह चौहान उत्तराखण्ड विधानसभा के संवैधानिक उपाध्यक्ष पद विराजमान हैं।

वर्ष 2022 के पांचवें आम चुनाव में जहां भाजपा से वर्तमान विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, पूर्व राज्यमंत्री गोविन्द पिलख्वाल, डीसीबी अध्यक्ष ललित लटवाल के नाम प्रमुख तौर पर सामने आ रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार लगातार दो बार से भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ प्रांतीय एवं राष्ट्रीय नेताओं के साथ सम्पर्क में हैं। प्रदेश में युवा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में पार्टी युवा चेहरे के तौर पर कुन्दन लटवाल पर दांव खेल सकती हैं।

तो वहीं कांग्रेस से दो बार के विधायक रहे पूर्व विधायक मनोज तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोधियाल के बेहद करीबी होने से दौड़ में आगे नजर आ रहे हैं। तो वहीं कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष एंव पूर्व दर्जा राज्यमंत्री बिटटू कर्नाटक भी क्षेत्र भ्रमण कर दावेदारी जता रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी के करीबी लोग भी गुटबाजी के आसार में उनके नाम को आगे कर रहे हैं। वहीं पार्टी से युवावर्ग में बेहद लोकप्रिय पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष एवं पूर्व दायित्वधारी भूपेन्द्र भोज गुडडू का भी नाम आगे आ रहा है, क्योंकि वह भी लम्बे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं और युवा वर्ग में खासे पंसदीदा हैं। उनके पास अल्मोड़ा विधानसभा में युवाओं की लम्बी-चौड़ी टीम है।

राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा आम आदमी पार्टी के सशक्त कार्यर्ता पूर्व निर्दलीय विधानसभा प्रत्याशी भुवन चन्द्र जोशी, आशीष जोशी एवं कांग्रेस छोड़कर आप में आये अमित जोशी के बीच प्रतिस्पर्धा नजर आ रही है। यूकेडी से भानु प्रकाश जोशी प्रत्याशी घोषित हो गये हैं। वहीं सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी अमरजीत सिंह भाकुनी जो, कि कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। उनकी बहू बबीता भाकुनी हवालबाग की वर्तमान में प्रमुख हैं। वो भी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं। जन अधिकार मंच के संयोजक एवं जनता के मुद्दों को प्रभावी ढंग से शासन प्रशासन के बीच लगातार उठाने वाले विगत नगर पालिका चुनाव में निर्दलीय अध्यक्ष के प्रत्याशी रहे त्रिलोचन जोशी ने अपनी धमाकेदार उपस्थिति से राष्ट्रीय पार्टियों को सकते में डाल दिया था। उनसे भी क्षेत्रीय पार्टियां सम्पर्क में हैं। वहीं उनके वरिष्ठ सहयोगी पूर्व आपदा प्रबन्धन उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री) एड. केवल सती भी जनमुद्दों के माध्यम से जनता के बीच सक्रिय हैं। धर्मनिरपेक्ष मंच के विनय किरौला भी नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सोशल मीडिया के माध्यम से सक्रियता दिखा रहे हैं।

यहां यह उल्लेखनीय है कि राज्य गठन और उससे पूर्व भी इस विधानसभा सीट पर हमेशा कांग्रेस-भाजपा के बीच मुकाबला रहा है, लेकिन दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं की बगावत से विधानसभा सीट दूसरे पक्ष की ओर जाती रही हैं। पूर्व के चुनाव में वर्ष 2002 में कांग्रेस के नये प्रत्याशी मनोज तिवारी अपनी ही पार्टी के पूर्व प्रमुख भैसियाछाना रहे धर्म सिंह महरा के निर्दलीय चुनाव लड़ने और पार्टी की भीतरी गुटबाजी से चुनाव में पराजित हुये। वहीं वर्ष 2007 में भाजपा से प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक कैलाश शर्मा अपनी ही पार्टी के करन सिंह महरा एवं पूर्व प्रमुख रहे रविन्द्र बिष्ट के चुनाव लड़ने एवं बगावत से मनोज तिवारी से चुनाव में पराजित हुये। वहीं वर्ष 2012 में भाजपा से टिकट काटे जाने के कारण पूर्व विधायक कैलाश शर्मा द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव में पार्टी के खिलाफ बगावत करके भाजपा उम्मीदवार रघुनाथ सिंह चौहान को सीट गंवानी पड़ी।

वर्ष 2017 के चुनाव में पूर्व विधायक कैलाश शर्मा की भाजपा में वापसी और चुनाव में रघुनाथ सिंह चौहान के साथ कन्धे से कन्धा मिलाने से भाजपा ने एकजुट होकर कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी को पराजित किया, लेकिन आगामी 2022 में मंहगाई, पलायन, विधानसभा में आपदा का दंश और पुर्ननिर्माण और खस्ताहाल स्वास्थय व्यवस्था, बदहाल शिक्षा व्यवस्था, कोरोना से प्रभावित रोजगार एवं सबसे बड़ी समस्या युवाओं को रोजगार और मूलभूत जन सुविधाएं जैसे जन मुददे सहित अपनी पार्टी के भीतर से गुटबाजी के बड़े खतरे के साथ संभावित प्रत्याशियों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती बनेगी।

विधानसभा की जनता के लिए भी एक बड़ी परीक्षा है, क्योंकि राज्य गठन के बाद जो नगरीय व ग्रामीण विकास की जनता ने जो उम्मीद लगायी थी उसमें जनता को बड़ी निराशा हाथ लगी है। अब जनता के विवेक की भी बड़ी घड़ी है।

अनुशासित पार्टी है भाजपा, मैं समर्पित कार्यकर्ता, जो फैसला वह स्वीकार : कैलाश शर्मा

भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक कैलाश शर्मा ने दूरभाष पर हुई वार्ता में कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक संगठित व अनुशासनात्मक पार्टी है और हर फैसले हाई कमान द्वारा लिए जाते हैं। कैलाश शर्मा ने कहा कि वह भाजपा के एक अनुशासित कार्यकर्ता हैं तथा पार्टी का हित उनके लिए सर्वोपरि है। पार्टी हाईकमान जो भी फैसला लेगी वह उन्हें स्वीकार है।

युवा नेतृत्व को मिलना चाहिए मौका, सीएम धामी हैं बड़ा उदाहरण : कुंदन लटवाल

भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल ने कहा कि वह भाजपा के एक अनुशासित सिपाही हैं। पार्टी हाईकमान जो भी फैसला देगा, वह उन्हें स्वीकार्य है। हालांकि उन्होंने कहा कि युवा मार्चा यह चाहती है कि राजनीति में अब युवाओं को प्रतिनिधित्व दिया जाये। जिस तरह से प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विकास कार्यों को अंजाम दे रहे हैं, वह एक मिसाल है। अतएव भाजपा युवा मोर्चा युवाओं को टिकट देने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि पार्टी का जो निर्देश होगा वह ​शिरोधार्य है।

मैं पार्टी का निष्ठावान व समर्पित सिपाही हूं, लगातार रहा क्षेत्र भ्रमण में : पिलख्वाल

भाजपा नेता, पूर्व जिलाध्यक्ष व वर्तमान में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गोविंद पिलख्वाल ने कहा कि वह भाजपा के एक समर्पित सिपाही रहे हैं और पार्टी जो आदेश देगी वह आपको स्वीकार है। उन्होंने कहा कि वह दो बार जिलाध्यक्ष रहे हैं तथा पिछली बार भी उनका नाम टिकट के पैनल में शामिल रहा। पार्टी ने उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया तथा तमाम दायित्वों का निर्वहन उन्होंने पूरी ईमानदारी से किया है। वह लगातार क्षेत्र भ्रमण में रहे। इस दौरान पार्टी हित में ही उन्होंने लगातार कार्य किया और कर रहे हैं।

कांग्रेस हाईकमान जो आदेश दे वह स्वीकार्य : गुड्डू भोज

कांग्रेस के युवा नेता और पीसीसी सदस्य भूपेंद्र भोज गुड्डू ने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी उन्हें मौका देती है तो वह पार्टी के आदेश का पालन करेंगे। इसके बावजूद यदि उन्हें मौका नहीं मिलता तो जो भी उम्मीदवार होगा उसका वह पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे। उनके लिए कांग्रेस हाईकमान का हर फैसला शिरोधार्य है।

कार्यकर्ता का नहीं पार्टी का इम्तिहान है यह : आशीष जोशी

आम आदमी पार्टी के सम्भावित उम्मीदवार और समर्पित कार्यकर्ता आशीष जोशी ने कहा कि आप पार्टी अपने सिद्धान्तों व संविधान पर चलने वाली पार्टी है। उन्हें भरोसा है कि जो योग्य होगा पा​र्टी उसे ही टिकट देगी। हालांकि उन्होंने कहा कि यदि पार्टी के संविधान को दर किनारा कर किसी को बिना जनता की राय फैसला ले लिया गया तो इसका अर्थ यह होगा कि कोई बैकडोर एंट्री हुई है। उन्होंने कहा कि पार्टी का अपना सिद्धान्त है। यहां अरविंद केजरीवाल का साफ कहना है कि जिसकी नियत साफ है वही प्रत्याशी बनाया जायेगा। आशीष जोशी ने बगैर किसी के नाम का उल्लेख कर यह कहा कि पार्टी का यह सिद्धान्त है कि दूसरी पार्टी से आने वाले कार्यकर्ता को कम से कम 03 साल कार्य करना होगा।

पार्टी पूर्व से तय कर चुकी है प्रत्याशी कोई फेरबदल नहीं : अमित जोशी

आम आदमी पार्टी के अमित जोशी ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी हाईकमान प्रत्याशियों की स्पष्ट रूप से घो​षणा कर चुकी है और इसमें कोई फेरबदल की सम्भावना ही नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व में ही विधानसभा प्रभारी के माध्यम से कैंटिडेट को निर्देश कर दिये गये थे। विधानसभा प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। अतएव फेरबदल वाली बात ही नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुद को उम्मीदवार प्रोजेक्ट कर रहे हैं, जबकि प्रभारी ने पूर्व घोषणा कर दी है। कुछ समय पूर्व जब कर्नल अजय कोटियाल अल्मोड़ा आये थे तब उन्होंने भी कहा था कि जो भी प्रत्याशी तय होंगे उसमें फेरबदल नहीं है। उन्होंने कहा कि 70 में से 22 विधानसभाओं का फाइनल हो चुका है।

आप ने अब तक घोषित नहीं किया कोई प्रत्याशी : भुवन चंद्र जोशी

आम आदमी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता व निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ चुके भुवन जोशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी का फिलहाल अल्मोड़ा में कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ है। आप का यह नियम है कि प्रत्याशी घोषित होने के लिए जनता की सीधी राय ली जाती है। इसके लिए प्रत्येक बूथ से करीब 50 लोगों करी सहमति होनी आवश्यक है। आप में केवल स्वच्छ छवि के लोगों को प्रत्याशी के रूप में टिकट मिल सकता है। भुवन चंद्र जोशी ने कहा कि यदि पार्टी नेतृत्व उन्हें मौका देती है तो अरविंद केजरीवाल का निर्णय शिरोधार्य होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी ने कुछ विधानसभा प्रभारी घोषित किये हैं, जो स्वयं को प्रत्याशी बताने लगे हैं।

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