सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी
सरकार की फसल बीमा को लेकर काश्तकार अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। आरोप है कि इंश्योरेंस कंपनी द्वारा फसलों के बीमा की बहुत कम धनराशि किसानों को दी जाती है। किसानों का कहना है कि इंश्योरेंस कंपनी द्वारा बीमा राशि का जायज भुगतान किसानों के खातों में नहीं किया जाता है।
यहां सुयालबाड़ी, गरमपानी, मोना ल्वेशाल, क्वारब आदि के समस्त काश्तकारों का कहना है कि इंश्योरेंस कंपनी द्वारा फसलों के बीमा हेतु जो धनराशि दी जाती है उतनी धनराशि भी किसानों के खाते में वापस नहीं आती है। सरकार एक तरफ तो कहती है कि किसानों को तो हम छूट दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर किसानों का शोषण किया जा रहा है।
क्षेत्र के किसान खीम सिंह जीना, पूरन सुयाल ने कहा सरकार व इंश्योरेंस कंपनी किसानों को ठगने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि फसल बीमा के नाम पर जो धनराशि किसानों से वसूली जा रही है, उसको भी वापस नहीं किया जा रहा है। किसान फसल बीमा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस बार अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से किसानों का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग करी कि किसानों को मुआवजा राशि तुरंत ही दिलाई जाये। जिससे किसान अपनी आजीविका चला सके, अन्यथा किसान सड़क पर आ जायेंगे।