सीएनई रिपोर्टर, सोमेश्वर
सरकारी कर्मचारी घोषित करने और न्यूनतम वेतन 21 हजार प्रतिमाह दिए जाने की मांग को लेकर पिछले 20 दिनों से यहां आशा वर्कर्स का आंदोलन जारी है। इसी आंदोलन के चलते उन्होंने आज यहां नारेबाजी के साथ जबर्दस्त प्रदर्शन किया। आशा वर्करों ने शहीद स्मारक से मुख्य बाजार में रैली निकालकर अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने विभिन्न नारे लगाकर प्रदेश सरकार को कोसा।
उन्होंने इस बात पर कड़ा रोष प्रकट किया कि कई महत्वपूर्ण दायित्व संभालने के बाद भी उन्हें सम्मानजनक मानदेय नहीं मिल रहा है और सरकार आंदोलन की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता, तब तक उनका मासिक मानदेय फिक्स किया जाए। रैली में आशा यूनियन की अध्यक्ष नीता पाटनी, विजय लक्ष्मी, निर्मला बोरा, बीना जोशी, रेखा भाकुनी, प्रेमा बोरा, पुष्पा भंडारी सहित कई आशा वर्कर्स शामिल रहीं।