सीएनई रिपोर्टर
कहते हैं कि मौत के आने का न तो काई पूर्व घोषित दिन होता है और ना ही कोई निश्चित समय। ऐसा ही कुछ यहां चंपावत के लोहाघाट में आज घटित हुआ है। जहां एक बाइक सवार की अप्रत्याशित दुर्घटना में मौत हो गई। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय भी बनी हुई है।
हुआ यूं कि यहां एक कलेक्ट्रेट कर्मचारी अनाज की बोरी बाइक में लाद घर जा रहा था। अचानक एक ओर लटक रही बोरी एडजस्ट करने को उसने बाइक रोक एक ओर खड़ी करी, लेकिन बोरी के बोझ से बाइक एक ओर गिरी, जिसके साथ वह भी गिर गया। घटना बेहद मामूली थी, चोट तो क्या एक खरोंच तक आने का सवाल नहीं था। इसके बावजूद शायद यह मौत का बुलावा ही था कि अचानक पीछे से एक तेज रफ्तार केंटर आया जिसके टायर के नीचे दबने से उसकी मौके पर दर्दनाक मौत हो गई।
दरअसल, मृतक चंपावत कलेक्ट्रेट में आउट सोर्स कर्मी था। जानकारी मिली है कि बाबरू निवासी सुरेश फर्त्याल 32 साल आज दिन में अपनी बाइक पर चंपावत से लोहाघाट पहुंचा। बाइक पर उसने अनाज की एक बोरी लाद रखी थी। जिसे लेकर वह अपने घर चंपावत लौट रहा था। जब वह भारी बोरी लाद बाइक बाइक संख्या यूके 03 बी / 2439 से चल रहा था तो उसे बोरी के बोझ से बाइक कुछ असंतुलित महसूस हुई। अतएव उसने सुरक्षित चलने के लिहाज से बाइक को लोहाघाट में एसबीआई के एटीएम के पास रोक सुरक्षित स्थान पर साइड पर खड़ा कर दिया, लेकिन जैसे ही वह बाइक से उतरने लगा बोरी के बोझ से बाइक एक ओर लुढ़क गई। जिसके साथ वह भी गिर गया। इसी बीच पीछे से आ रहे एक लोडेड कैंटर आ पहुंचा, जिसका टायर उसके सिर पर चढ़ गया।
हादसा इतना भयानक था कि सुरेश की सर कुचले जाने से मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक जिला कलेक्ट्रेट में अर्थ व सांख्यिकी अधिकारी कार्यालय में आउट सोर्स कर्मी के रूप में काम करता था। अपनी से चम्पावत की ओर से आ रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही लोहाघाट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक का पंचनामा करवा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद से मृतक के परिजनों का रो—रोकर बुरा हाल बना हुआ है। उसके परिजनों को विश्वास ही नहीं हो रहा कि सुरेश के साथ इस तरह का हादसा हो गया है और वह अब इस दुनियां में नहीं रहा।